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शराबबंदी के बावजूद नवादा में धड़ल्ले से हो रही शराब तस्करी, गांव-गांव अड्डा जमाए बैठे हैं माफिया

Liquor Ban in Bihar बिहार में शराबबंदी लागू है लेकिन अवैध शराब का धंधा रुक नहीं रहा है। नवादा में धड़ल्ले से शराब की तस्करी हो रही है। यहां गांव-गांव में शराब के धंधेबाज अड्डा जमाए बैठे हुए हैं।

By Amit AlokEdited By: Published: Mon, 12 Apr 2021 11:34 AM (IST)Updated: Mon, 12 Apr 2021 11:34 AM (IST)
शराबबंदी के बावजूद नवादा में धड़ल्ले से हो रही शराब तस्करी, गांव-गांव अड्डा जमाए बैठे हैं माफिया
शराबबंदी के बावजूद नवादा में धड़ल्ले से हो रही शराब तस्करी। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

नवादा, जागरण संवाददाता। पकरीबरावां। बिहार में शराबबंदी के बावजूद शराब की तस्‍करी थमने का नाम नहीं ले रही है। नवादा के में जगह-जगह खुलेआम शराब की बिक्री हो रही है। शराब माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि आम लोगों को तो छोड़िए, पुलिस वालों को भी नहीं बख्श रहे हैं। शराब के तस्कर नवादा में गांव-गांव तक अड्डा जमाए बैठे हैं।

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सूबे में धड़ल्ले से शराब की बिक्री हो रही है। पुलिस विभाग का दावा है कि जो भी शराबबंदी कानून के खिलाफ काम करेगा उस पर पुलिस कार्रवाई कर रही है। हालांकि, कुछ ही मामलों में शराब जब्त करने के साथ शराबियों पर कार्रवाई हो रही है।

हर जगह अड्डा जमाए हुए हैं अवैध शराब के कारोबारी

नवादा के पकरीबरावां थाना क्षेत्र के लगभग सभी गावों में अवैध शराब के कारोबारी अड्डा जमाए हुए हैं। यहां धरनिविघा, पोकसी, जलपर, सुदनपुर, उकौडा, सलेमपुर, सेनार, एरुरी के बधार सहित कई गांवों में शराब का धंधा हो रहा है। लोगों की मानें तो इस धंधे में लिप्त लोग खुलेआम कानून की अवहेलना कर रहे हैं। पकरीबरावां प्रखंड की ही बात करें तो 16 पंचायतों के इस प्रखंड क्षेत्र को दो थाना क्षेत्र क्रमश: पकरीबरावां और धमौल ओपी में विभक्त किया गया है। पकरीबरावां थाना क्षेत्र प्रखंड की 12 पंचायतें पोकसी, डुमरामा, उकौडा, धेवधा, कबला, पकरीबरावां उत्तरी, पकरीबरावां दक्षिणी, बुधौली, कोनन्दपुर, एरुरी, ज्यूरी, दतरौल हैं। शेष चार पंचायत धमौल थाना क्षेत्र में सम्मिलित हैं। दो थाने के बावजूद दर्जनों माफिया शराब की तस्करी में लिप्त हैं।

चंद रुपयों की खातिर लोगों की जिंदगी कर रहे तबाह

चंद रुपयों की खातिर माफिया लोगों की जिंदगी तबाह कर रहे हैं। शराब के इस काले धंधे में बेरोजगार युवक और महिलाएं संलिप्‍त हैं। कुछ लोगों को बिहार से सटे झारखंड और पश्चिम बंगाल से शराब की तस्करी करने में लगाया गया है। वहीं दूसरी तरफ क्षेत्र के हिसाब से स्टॉक कर शराब रखी जाती है, ताकि मांग होने पर आपूर्ति की जा सके। इस धंधे में बच्चों को भी शामिल किया गया है, जो कमर में बोतल बांध कर निर्धारित स्थान तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं।


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