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    गया में पांच दिनों तक चांदी के झूला में झुलेंगे भगवान श्री हरि, विष्णुपद मंदिर में तैयारी शुरू

    Updated: Sun, 27 Jul 2025 05:29 PM (IST)

    गयाजी के विष्णुपद मंदिर में 5 अगस्त से 9 अगस्त तक झूलनोत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान भगवान विष्णु चांदी के झूले पर विराजमान होंगे। सावन मास की एकादशी से पूर्णिमा तक चलने वाले इस उत्सव में विशेष श्रृंगार महाआरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। मंदिर को सजाया जा रहा है और विशेष पूजा भजन गायन एवं झांकियां प्रस्तुत की जाएंगी।

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    पांच दिनों तक चांदी के झूला में झूलेंगे भगवान श्रीहरि। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, गयाजी। भगवान विष्णु की नगरी गयाजी के विष्णुपद मंदिर में झूलनोत्सव पांच अगस्त से प्रारंभ होकर नौ अगस्त तक चलेगा। पांच दिनों तक विष्णुपद मंदिर में चांदी के झूला पर भगवान श्रीहरि विष्णु झूलेंगे।

    सावन मास के एकादशी से लेकर पूर्णिमा तक झूलन महोत्सव का आयोजन होता है। इस पांच दिनों में प्रत्येक दिन भगवान विष्णु के चरण का विशेष श्रृंगार और गर्भगृह में महाआरती और विशेष पूजा किया जाएगा।

    कई धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाएंगे। विष्णुपद मंदिर में वर्षों से झूलनोत्सव मनाया जाता है। सावन शुक्ल एकादशी के दिन झूलनोत्सव शुरू होता है। यह पांच दिनों तक चलती है।

    सावन मास में झूला झुलाने की परंपरा त्रेता काल से ही चली आ रही है। वैसे भी सनातन धर्म में झूलनोत्सव का विशेष महत्व है। इस अवसर पर हर कोई भगवान को झूला झुलाने का लालायित रहते है।

    विष्णुपद में 51 किलो के चांदी के झूला पर विष्णु के सोने के चरण विराजमान रहता है। पांच दिनों तक विष्णुपद मंदिर में काफी संख्या में श्रद्धालुओं के भीड़ होती है। झूलनोत्सव को लेकर पूरे विष्णुपद मंदिर को रंग-बिरंगे लाइट और फूलों से सजाया जाता है।

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    मंदिर परिसर किया जा रहा रंग-रोगन

    झूलनोत्सव को लेकर विष्णुपद मंदिर परिसर के रंग-रोगन का काम का काम किया रहा है। श्री विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष शंभू लाल बिठ्ठल ने कहा कि झूलनोत्सव को लेकर मंदिर में तैयारियां चल रही है।

    पांच दिनों तक मंदिर में विशेष आयोजन होता है। चांदी की झूला पर सोने के विष्णु चरण को सजा-धजा कर रखा जाएगा। फूल-माला और तुलसी पत्ते से चांदी के चौकी को सजाया जाता है। विष्णु चरण की विशेष पूजा और मंगल आरती की जाती है।

    उसके के बाद झूला पर रखे विष्णु चरण चिन्ह को झुलाया जाता है। झूलनोत्सव को लेकर मंदिर की विशेष रूप से साफ-सफाई का काम किया जा रहा है। पांच दिवसीय महोत्सव में हर दिन विशेष पूजा एवं भोग लगता है।

    भजन गायन का भी आयोजन

    झूलनोत्सव में विष्णुपद मंदिर में भजन गायन का भी आयोजन किया जााएगा। जिसमें देवी अनुराधा सरस्वती द्वारा भजन गायन से श्रद्धालुओं के मन विभोर करेंगे।

    साथ ही वाराणसी, कोलकाता एवं लखनऊ के कलाकारों द्वारा नृत्य एवं शास्त्रीय गायन प्रस्तुति होगी। वहीं, भगवान श्रीकृष्ण लीला पर आधारित कई तरह झांकियां भी प्रस्तुत किया जाएगा।