सिंचाई विभाग राजस्व वसूली में सुस्त, पांच साल बाद काटा गया पटवन का रसीद, खिल उठे किसानों के चेहरे
किसानों ने बताया कि सूर्यपुर प्रखंड में पांच वर्ष पर खेत पटवन का रसीद काटा गया। खेत पटवन मालगुजारी की वसूली को लेकर सिंचाई विभाग काफी निष्क्रिय रहा है।विदित हो कि प्रखंड क्षेत्र के सैकड़ों किसानों के खेत पटवन की वसूली विगत पांच वर्षों से बकाया था।

संवाद सूत्र, सूर्यपुरा (सासाराम)। जहां राजस्व वसूली के लिए सभी संबंधित विभागों में होड़ मची है, वहीं सिंचाई विभाग के कर्मी पटवन का लगान लेने के लिए भी नहीं मिलते। किसानों पर साल दर साल बढ़ रहे इस लगान को लेने के लिए पांच साल बाद जब कर्मी गांव में पहुंचे तो कई किसानों के चेहरे भी खिल उठे। उन्हें इस बात की तसल्ली हुई कि उनका लगान जमा हो गया।
किसानों ने बताया कि सूर्यपुर प्रखंड में पांच वर्ष पर खेत पटवन का रसीद काटा गया। खेत पटवन मालगुजारी की वसूली को लेकर सिंचाई विभाग काफी निष्क्रिय रहा है।विदित हो कि प्रखंड क्षेत्र के सैकड़ों किसानों के खेत पटवन की वसूली विगत पांच वर्षों से बकाया था, जिसकी वसूली को लेकर सिंचाई विभाग के बैजनाथ प्रसाद के साथ ही कई अन्य कर्मचारियों ने सूर्यपुरा एवं बलिहार आदि गांव में किसानों के दरवाजे पर पहुंचकर खेतों के पटवन की रेट की वसूली की।
इस संबंध में सरपंच शिवयश भगत ने बताया कि 2016 से ही सभी किसानों का खेतों का पटवन का रेट बाकी था, जिसकी वसूली सिंचाई विभाग के कर्मियों के द्वारा करके किसानों ने भी राहत महसूस किया ,जबकि सिंचाई विभाग के कर्मियों ने भी खेत पटवन के लाखों रुपए के वसूली कर संतुष्टि जताई। किसानों ने कहा कि एक तरफ विभाग राजस्व वसूली के प्रति सुस्त है। प्रति सीजन पटवन लगान जमा नहीं होने से हजारों रुपए अधिभार ब्याज के रूप में जमा करना पड़ा है। विभाग कब नीलाम वाद दायर कर देगा यह किसी को पता नहीं चलता। किसान इस परेशानी से बचने के लिए प्रति सीजन लगान जमा करते हैं। वहीं लघु सिंचाई विभाग के अधिकारियों की माने तो विभाग के पास लगान वसूली के लिए कर्मियों की घोर कमी है, जिसके कारण परेशानी हो रही है। लगान प्रति सीजन जमा हो इसकी व्यवस्था सुनिश्चित कराई जा रही है।
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