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रोहतास में पौने दो अरब की बालू चोरी में अबतक नहीं हुई जांच, फाइलों तक सिमटी कार्रवाई

बालू खनन कंपनी आदित्य मल्टिकाम पर खनन विभाग ने छह अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कराई है। गत डेढ़ माह में लगभग पौने दो अरब रुपये बालू चोरी किए जाने के मामले में अबतक कोई सफलता पुलिस के हाथ नहीं लगी है। फाइलों तक कार्रवाई को सीमित कर दी गई है।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Wed, 22 Sep 2021 10:15 AM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 12:56 PM (IST)
रोहतास में पौने दो अरब की बालू चोरी में अबतक नहीं हुई जांच, फाइलों तक सिमटी कार्रवाई
इतने बड़े स्‍तर पर बालू चोरी मामले में पुलिस की शिथिलता पर उठ रहे सवाल, सांकेतिक तस्‍वीर।

सासाराम : रोहतास, जागरण संवाददाता। जिले में गत डेढ़ माह में लगभग पौने दो अरब रुपये बालू चोरी किए जाने के मामले में अबतक कोई सफलता पुलिस के हाथ नहीं लगी है। फाइलों तक कार्रवाई को सीमित कर दी गई है। वहीं गत चार माह से आम लोगों को बालू की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं कराई जा सकी है। सोन नदी से बालू निकासी के लिए अधिकृत रही कंपनी आदित्य मल्टिकाम प्राइवेट लिमिटेड प्रबंधन पर छह अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कर पौने दो अरब रुपये की बालू चोरी होने की प्राथमिकी अगस्त माह में ही खनन विभाग द्वारा दर्ज कराई गई थी। इस अवधि में प्राथमिकी के जांच एवं अन्वेषण अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर पाए हैं।

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डालमियानगर थाना में आदित्य मल्टिकाम प्राइवेट लिमिटेड प्रबंधन पर दर्ज प्राथमिकी पर कार्रवाई के संबंध में थानाध्यक्ष गौतम कुमार का कहना है कि अभी जांच की जा रही है। सीओ डेहरी व खनन विभाग के अधिकारियों से भी रिपोर्ट मांगी गई है। जिसके बाद ही आगे की कार्रवाई हो पाएगी। वहीं इंद्रपुरी थानाध्यक्ष तीन दिन पूर्व ही योगदान की बात कह इस घटना से ही अनभिज्ञता प्रकट कर रहे हैं। वहीं आदित्य मल्टिकाम प्रबंधन अधिकारियों पर ही सवाल खड़ा कर न्यायालय में प्राथमिकी को चुनौती की बात कह रहे है।  अधिकारियों की मानें तो एक जून से 30 सितंबर तक नदी व जलाशयों से बालू निकासी पर एनजीटी द्वारा रोक लगाए जाने के बाद लीजधारी कंपनी को बालू स्टॉक कर रखने के लिए के लाइसेंस निर्गत किया जाता है। इसके लिए आदित्य मल्टिकाम को 17 स्थानों के लिए के लाइसेंस निर्गत किया गया था। लेकिन इससे पहले ही अप्रैल के अंतिम सप्ताह में ही लीजधारी कंपनी आदित्य मल्टिकम प्राइवेट लिमिटेड ने अपने लाइसेंस को सरेंडर कर दिया।

इस दौरान 17 प्वाइंट्स पर स्टोर कर रखे गए 4.83 करोड़ सीएफटी बालू को स्टाक दिखाया गया। मई माह में डेहरी व बिक्रमगंज के तत्कालीन एसडीएम ने जांच कर रिपोर्ट किया कि कुल बालू का स्टाक 4.83 करोड़ सीएफटी हैं। जबकि जुलाई माह में खनन विभाग का प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट ने भौतिक जांच में बताया कि कुल स्टाक बालू 5 7584000 सीएफटी पाया। प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट की जांच में लगभग एक करोड़ सीएफटी का अंतर आ गया। अगस्त में खनन विभाग जब बालू बेचने के लिए स्टाक की जांच की तो पाया कि 49 लाख सीएफटी बालू ही बचे हुए हैं। शेष सभी बालू गायब हैं। जिसके बाद खनन विभाग के तत्कालीन सहायक निदेशक गोपाल कुमार ने बालू खनन करने वाली लीजधारी कंपनी आदित्य मल्टीकम प्राइवेट लिमिटेड पर बालू चोरी के आरोप लगाते हुए डेहरी, इंद्रपुरी, दरिहट, तिलौथू तथा डालमियानगर थाना में छह अलग-अलग मुकदमा खनन निरीक्षक के द्वारा दर्ज कराया था। चोरी गई बालू की कुल कीमत लगभग पौने दो अरब आंकी गई है।

कहते हैं डीएम :

रोहतास डीएम धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि जिले में कंपनी द्वारा बालू की चोरी की गई है, जिसके लिए छह अलग-अलग प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है। पुलिस-प्रशासन अपना काम कर रहा है। कंपनी पर नीलाम पत्र वाद भी दायर कर राशि की वसूल की जाएगी।


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