Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Kaimur: प्रशासनिक उपेक्षा से प्रखंड मुख्यालय का तालाब बदहाल, अतिक्रमण से अस्तित्‍व पर संकट, कटाव भी जारी

    By Prashant KumarEdited By:
    Updated: Wed, 14 Jul 2021 09:24 AM (IST)

    तालाब बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं। जहां प्रखंड मुख्यालय का प्राचीन तालाब ही प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार हो वहां ग्रामीण क्षेत्रों के तालाब की क्या हालत ...और पढ़ें

    Hero Image
    गंदगी और अतिक्रमण के कारण तालाब की स्थिति बदहाल। जागरण।

    संवाद सहयोगी, मोहनियां (कैमूर)। भूगर्भ का जलस्तर तेजी से खिसक रहा है। गर्मी शुरू होते ही लोग पेयजल संकट से जूझने लगते हैं। इसके बाद भी जल संरक्षण पर किसी का ध्यान नहीं है। अतिक्रमण व बदहाली के कारण प्राचीन धरोहरों का अस्तित्व खतरे में है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    तालाब बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं। जहां प्रखंड मुख्यालय का  प्राचीन तालाब ही प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार हो वहां ग्रामीण क्षेत्रों के तालाब की क्या हालत होगी, इसका अंदाज लगाया जा सकता है। तालाब की जमीन पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। कटाव से तालाब के अस्तित्व पर संकट है। रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून। पानी गए न ऊबरे मोती मानुष चून। रहीम कवि की पंक्तियां मानव के लिए ऐसा संदेश है, जिस पर अगर अमल किया जाए तो पृथ्वी पर जल संकट की समस्या उत्पन्न नहीं होगी।

    इन पंक्तियों के  संदेश को नजरअंदाज करने से ही जल संकट की समस्या गंभीर हुई है। सर्वोच्च न्यायालय व उच्च न्यायाल ने तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराने के आदेश के बावजूद प्रशासन इस पर अमल नहीं कर रहा है। जिससे यह समस्या गंभीर होती जा रही है। प्रखंड मुख्यालय स्थित शारदा ब्रजराज उच्च विद्यालय तालाब का अस्तित्व आज खतरे में है।

    स्टेशन रोड में संकटमोचन मंदिर से सटे इस तालाब के प्रति लोगों के अंदर काफी आस्था है। छठ के मौके पर इस तालाब का महत्व देखते बनता है। नगर का यह पुराना तालाब आज उपेक्षा का दंश झेल रहा है। तालाब में पानी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। पानी गंदा होने के बाद इसके निकासी के तरफ भी किसी का ध्यान नहीं है। नगर पंचायत के गठन के नौ वर्षों बाद भी इस तालाब के रखरखाव पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पांच वर्ष पूर्व इस तालाब की नगर पंचायत द्वारा खुदाई हुई थी। इसके बाद पश्चिम दिशा में घाट का निर्माण हुआ था।

    अभी भी तीन दिशा में तालाब में घाट नहीं बना है। जहां तहां मवेशियों के उतरने से तालाब का कटाव जारी है। तालाब के पश्चिम और पूर्व दिशा के पिंड पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। अतिक्रमणकारी पक्का मकान बनाकर तालाब की जमीन पर कब्जा किए हुए हैं। इसको देखने के बावजूद प्रशासन अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई करना मुनासिब नहीं समझता, जबकि तीन वर्ष पूर्व छठ व्रत के एक दिन पूर्व कैमूर के तत्कालीन डीएम राजेश्वर प्रसाद सिंह इस तालाब घाट पर विधि व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे थे।

    तब उन्होंने तालाब को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए सीओ को निर्देश दिया था। डीएम के निर्देश के बावजूद अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं हुई। आज भी इस तालाब में सैकड़ों लोग स्नान करते हैं। कपड़ा धुलाई होती है। जल निकासी नहीं होने के कारण तालाब का पानी गंदा हो जाता है। जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

    तालाब के चारों तरफ इतनी जमीन है कि अगर उस पर वृक्षारोपण कर दिया जाए तो यह जिला का खूबसूरत तालाब बन जाएगा। आज तक तालाब के पिंड पर एक भी वृक्ष नहीं लगाए गए हैं। तालाब में गंदगी का अंबार है। जिसका मन करता है, तालाब में गंदगी फेंक कर चला जाता है। तालाब के सौंदर्यीकरण की लंबे समय से योजना बन रही है। जिसमें तालाब के चारो तरफ  पक्का घाट बनाने के साथ पार्क व सड़क निर्माण व जगह जगह बैठने की व्यवस्था होगी। अगर ऐसा होता है तो नगर के इस प्राचीन तालाब का कायाकल्प हो जायेगा।

    नगरवासी सह कैमूर जिला के पूर्व अध्यक्ष उमाशंकर जायसवाल ने कहा की यह तालाब मोहनियां की पहचान है। लेकिन, रखरखाव के अभाव में इसका अस्तिव खतरे में है। छठ के मौके पर यहां व्रतियों की भारी भीड़ होती है। इसका सौंदर्यीकरण हो जाय तो लोगों के आकर्षण का केंद्र बन जायेगा। तालाब की सफाई पर सबको ध्यान देना चाहिए।

    वार्ड संख्या 12 के पार्षद अशोक लहरी ने कहा कि अतिक्रमण एवं गंदगी के कारण मोहनियां का यह तालाब जीटी रोड, शारदा ब्रजराज उच्च विद्यालय व संकटमोचन मंदिर के समीप है। इसके बावजूद यह बदहाल है। अतिक्रमणकारी इस तालाब को गंदा कर रहे हैं। प्रशासन को इसपर ध्यान देना चाहिए।

    एक समय था, जब लोग इस तालाब में शौक से स्नान करते थे। आज इसका पानी काफी गंदा हो गया है। अतिक्रमणमुक्त होने के बाद ही इसका सौंदर्यीकरण संभव है। इस संबंध में पूछे जाने पर मोहनियां के सीओ राजीव कुमार ने बताया की तालाबों को अतिक्रमणमुक्त कराने का कार्य चल रहा है। नगर पंचायत में अवस्थित इस तालाब की जमीन पर अवैध रूप से बने मकानों को हटाया जाएगा। इसको प्राथमिकता दी जाएगी।