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    IIT, JEE Result 2021: दिव्यांगता को मात दे सासाराम के गौतम ने जेईई एडंवास में हासिल किया 21 वां स्थान

    By Sumita JaiswalEdited By:
    Updated: Sat, 16 Oct 2021 05:20 PM (IST)

    दिव्यांग छा़त्र गौतम ने सफलता पाकर यह सिद्ध कर दिया है कि कड़ी मेहनत ही सफलता की कुंजी है। बड़ी बात यह है कि गौतम ने बिना किसी कोचिंग के गांव में ही खुद से तैयारी कर यह सफलता पाई है। प्लस टू भी बिहार बोर्ड से उत्तीर्ण किया।

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    गौतम कुमार ने जेईई एडवांस में 21वां रैंक हासिल किया। फाइल फोटो।

    सासाराम: रोहतास, जागरण संवाददाता। दिव्यांगता जीवन का अभिशाप नहीं बन सकता है। जेईई एडवांस के शुक्रवार को आए रिजल्ट में जिले के दिव्यांग छा़त्र गौतम ने सफलता पाकर यह सिद्ध कर दिया है कि कड़ी मेहनत ही सफलता की कुंजी है। बड़ी बात यह है कि गौतम ने बिना किसी कोचिंग के गांव में ही खुद से तैयारी कर यह सफलता पाई है। शिक्षक पुत्र गौतम ने प्लस टू भी बिहार बोर्ड से उत्तीर्ण किया व कठिन  परिस्थियों में यह सफलता मिली है। गौतम ने सामान्य पीडब्लूडी में पूरे देश में 55 वां स्थान प्राप्त किया है, जबकि ओबीसी-एनसीएल-पीडब्लूडी में पूरे देश में 21वां स्थान मिला है। गौतम के पिता संजय कुमार सिंह नियोजित शिक्षक हैं जबकि माता नीतू देवी गृहिणी हैं। पेशे से शिक्षक चाचा राधेश्याम सिंह बताते है कि गौतम ने इंटर की परीक्षा जिले के ग्रामीण कालेज एसएन महाविद्यालय खैरा से प्रथम श्रेणी से किए हैं। गौतम जिले कोचस प्रखंड के तेतरी गांव के रहने वाले हैं। अपनी तैयारी के दौरान वे कोचस और सासाराम में भी रहे।

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    पालीडैक्टली डिसआर्डर से ग्रसित है गौतम

    गौतम के चाचा राधेश्याम सिंह बताते हैं कि वह जन्म से ही पालीडैक्टली डिसआर्डर से ग्रसित हैं। इसमें किसी व्यक्ति के हाथों में छ उंगलियां होती हैं। गौतम के दोनों हाथों में छह-छह उंगलियां हैं। बताते है कि पालीडैक्टली डिसऑर्डर के कारण उन्हें लिखने में कठिनाई होती है, परंतु वे अपनी सफलता में बाधा नहीं बनने दिए। पहले ही प्रयास में जेईई की परीक्षा पास कर पूरे गांव को गौरवान्वित किए हैं।