Buddha Jayanti: आज बुद्ध के मार्ग पर चलने के लिए सतत प्रयास की जरूरत, बोधगया में बोले बिहार के राज्यपाल
Bihar राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने बुद्ध जयंती पर कहा कि बुद्ध के विचार किसी जाति व पंथ के लिए नहीं बल्कि पूरे विश्व और मानव की संपत्ति है। उन्होंंने आगे कहा कि मैं आज धन्य हो गया जो मैंने साक्षात बोधिवृक्ष के दर्शन किए।

बोधगया, जागरण संवाददाता। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने बोधगया में 2567वीं बुद्ध जयंती समारोह का उद्घाटन किया। इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि बुद्ध ने अपना उपदेश भारत में दिया, लेकिन भारत के लोगों ने उनके विचार पर अधिकार नहीं जताया। आज बुद्ध के मार्ग पर चलने के लिए सतत प्रयास करने की जरूरत है।
राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि धर्म का अर्थ है सही दिशा और भगवान बुद्ध ने लोगों को संदेश देकर सही दिशा दिखाने का काम किया। उनके विचार किसी जाति व पंथ के लिए नहीं, बल्कि पूरे विश्व और मानव की संपत्ति है।
बता दें कि बुद्ध जयंती समारोह महाबोधि मंदिर परिसर स्थित पवित्र बोधिवृक्ष के छांव में आयोजित था। जिसका शुभारंभ राज्यपाल, कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत और अन्य ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि मैंने स्कूल में पढ़ाई के दौरान चित्रों में बोधिवृक्ष को देखा था और मानचित्र पर बोधगया को जाना था। मैंने प्रत्यक्ष रूप से बोधिवृक्ष का दर्शन नहीं किया था। यह मेरा परम सौभाग्य है कि बुद्ध जयंती के अवसर पर इस पवित्र धरती पर आकर मैं इस पवित्र वृक्ष का दर्शन कर पाया।
उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति की विशेषता रही है कि इस धरती से जो भी तत्वज्ञान बाहर आया, वह पूरी विश्व के लिए कल्याणकारी रहा। बुद्ध ने अपने विचार लोगों के सामने रखे, जिसे बाद में बुद्ध का संदेश के रूप में पिरोया गया। राज्यपाल ने अपने संबोधन में कृष्ण के उपदेशों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में बुद्ध को भगवान का अवतार माना जाता है।
राज्यपाल ने आगे बताया कि जब हम दलाई लामा से मिले तो उन्होंने कहा कि करुणा और अहिंसा की जरूरत पूरे विश्व को है। आप सब यहां से संकल्प लेकर जाएं कि अहिंसा का अनुपालन करेंगे। जिससे आपसी सद्भावना का माहौल बना रहे।
विश्व की ज्वलंत समस्याओं का निदान बुद्ध के उपदेश में निहित-कृषि मंत्री
वहीं, समारोह को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि बुद्ध पूर्णिमा का दिन बुद्ध के बताए मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है, शांति का संदेश देता है। आज विश्व के सामने कई तरह की ज्वलंत समस्याएं हैं। इसका निदान बुद्ध के उपदेश में ही निहित है।
उन्होंने कहा कि बिहार की विरासत और संस्कृति काफी समृद्ध है। राज्य सरकार भी इसके विकास के लिए काफी गंभीर है। इससे पहले राज्यपाल, कृषि मंत्री, नगर विधायक डा प्रेम कुमार, प्रमंडलीय आयुक्त ने संयुक्त रूप से बोधगया महाबोधि मंदिर प्रबंध कारिणी समिति द्वारा प्रकाशित स्मारिका प्रज्ञा का विमोचन और एक कैलेंडर का विमोचन किया।
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