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    नेताजी एक्सप्रेस के जनरल कोच में घुसी RPF, 4 बैग दिखे संदिग्ध; खोलने पर निकले 76 जीवित कछुए 

    Updated: Mon, 15 Dec 2025 12:43 PM (IST)

    गया जंक्शन पर आरपीएफ ने ऑपरेशन विलेप के तहत वन्य जीव तस्करी का भंडाफोड़ किया। नेताजी एक्सप्रेस से 76 जीवित कछुए बरामद किए गए, जिनकी अनुमानित कीमत 38 ल ...और पढ़ें

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    आरपीएफ ने कछुओं को किया बरामद। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, गयाजी। पूर्व मध्य रेल के डीडीयू मंडल अंतर्गत रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) पोस्ट गया ने ऑपरेशन विलेप के तहत वन्य जीव तस्करी के खिलाफ एक बड़ी और अहम सफलता हासिल की है।

    सोमवार को गया जंक्शन पर सघन गश्त के दौरान आरपीएफ ने नेताजी एक्सप्रेस के जनरल कोच से 76 जीवित कछुओं को बरामद कर वन विभाग को सुरक्षित रूप से सुपुर्द किया।

    बरामद कछुए वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत संरक्षित और अमूल्य प्रजाति के हैं, जिनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारी मांग बताई जाती है।

    आरपीएफ सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई वरीय अधिकारियों के दिशा-निर्देशन में आरपीएफ पोस्ट गया के निरीक्षक प्रभारी बनारसी यादव के कुशल नेतृत्व में की गई।

    गया जंक्शन परिसर में आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम एवं धरपकड़ के उद्देश्य से सहायक उप निरीक्षक पवन कुमार, मृत्युंजय कुमार अकेला, राकेश कुमार सिंह, शशि शेखर, देवेन्द्र प्रसाद, अनिल प्रसाद सहित रेसुब पोस्ट गया की टीम तथा सीपीडीएस टीम संयुक्त रूप से प्लेटफॉर्म संख्या 2 एवं 3 पर अपराध निगरानी हेतु गश्त कर रही थी।

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    गश्त के दौरान प्लेटफॉर्म संख्या 3 पर खड़ी गाड़ी संख्या 12312 डाउन नेताजी एक्सप्रेस के जनरल कोच की बारीकी से जांच की गई। इसी क्रम में चार पिठू बैग और एक झोला संदिग्ध अवस्था में दिखाई दिया। जब इनकी जांच की गई तो सभी बैगों और झोले के भीतर कुल 76 जीवित कछुए पाए गए।

    इस संबंध में आसपास बैठे यात्रियों से पूछताछ की गई, लेकिन किसी ने भी उक्त बैगों पर अपना दावा नहीं किया। कछुओं को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित और अमूल्य जीव मानते हुए आरपीएफ ने तत्काल उन्हें अपने कब्जे में ले लिया।

    सभी बैगों समेत कछुओं को रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट गया लाया गया और इस बाबत गया वन विभाग को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही वन विभाग की रेंज अधिकारी आरती कुमारी के प्रतिनिधि सहायक उप निरीक्षक वशिष्ठ नारायण अपनी टीम के साथ आरपीएफ पोस्ट पहुंचे, जहां सभी 76 जीवित कछुओं को अग्रिम विधिक कार्रवाई हेतु सही-सलामत उन्हें सौंप दिया गया।

    38 लाख रुपये आंकी गई कीमत

    वन विभाग के अनुसार बरामद कछुओं की अनुमानित कीमत लगभग 38 लाख रुपये आंकी गई है, जिससे तस्करी के बड़े नेटवर्क की आशंका जताई जा रही है। इस कार्रवाई ने न केवल वन्य जीव तस्करों के मंसूबों पर पानी फेर दिया है, बल्कि रेलवे परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आरपीएफ की सतर्कता और प्रतिबद्धता को भी उजागर किया है।

    आरपीएफ पोस्ट गया ने स्पष्ट किया कि रेल यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ वन्य जीव संरक्षण के प्रति भी बल पूरी तरह प्रतिबद्ध है।