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    Gaya Weather Update: गयाजी में पछुआ हवा से अचानक बढ़ी ठंड, अलाव जलाने को मजबूर हुए लोग

    Updated: Wed, 26 Nov 2025 06:51 PM (IST)

    गयाजी में पछुआ हवा के कारण अचानक ठंड बढ़ गई है, जिससे लोग अलाव जलाने को मजबूर हैं। तापमान में गिरावट से जनजीवन प्रभावित हुआ है और वातावरण में नमी कम हो गई है। ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचने के लिए सावधानी बरत रहे हैं।

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    गयाजी में पछुआ हवा से अचानक बढ़ी ठंड

    संवाद सूत्र, फतेहपुर (गयाजी)। प्रखंड में पिछले दो दिनों से पछुआ हवा लगातार चल रही है। जिसके कारण ठंड में अचानक बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सुबह और शाम तापमान में गिरावट के चलते कनकनी बढ़ गई है। शाम ढलते ही गलन बढ़ जाती है। 

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    जो सुबह धूप निकलने तक बनी रहती है। लोग सुबह धूप का आसरा लेने लगे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में कई स्थानों पर लोगों ने अलाव जलाना भी शुरू कर दिया है। अचानक बढ़ी ठंड का सबसे ज्यादा प्रभाव स्कूली बच्चों और गरीब परिवारों पर देखा जा रहा है। 

    निजी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को सुबह-सुबह ठंड में तैयार होकर विद्यालय जाना पड़ रहा है। जिससे अभिभावक भी चिंतित हैं। वहीं गरीब तबके के परिवार गर्म कपड़ों के अभाव में ठिठुर रहे हैं।

     ग्रामीणों ने मांग की है कि प्रखंड के प्रमुख स्थानों पर जिला प्रशासन द्वारा सरकारी स्तर पर अलाव की व्यवस्था की जाए ताकि आम जनता को राहत मिल सके।

    ठंड से बचाव जरूरी, चिकित्सक की सलाह

    टनकुप्पा पीएचसी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. उमेश कुमार दिवाकर ने बताया कि ठंड तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। 

    उन्होंने कहा ठंड में गर्म कपड़े पहनें। रात में खुले में न सोएं और नियमित रूप से गुनगुना पानी पिएं। बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और बच्चे विशेष सावधानी रखें। सर्दी, खांसी या बुखार होने पर तुरंत स्वास्थ्य केंद्र में जांच कराएं। 

    पीएचसी में ठंड से प्रभावित मरीजों के इलाज की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध है। सुबह विद्यालय भेजते समय बच्चों को टोपी, मफलर, मोजा और गर्म जैकेट पहनाएं।

    बच्चों को खाली पेट घर से न निकलने दें। देर शाम खेलने से परहेज करवाएं। नवजात और छोटे बच्चों को ठंडी हवा से बचाकर घर के गर्म कमरे में रखें।