गया में सड़क जाम की समस्या बेकाबू: बैठकें तो हुईं, लेकिन धरातल पर कोई कार्रवाई नहीं
गया में सड़क जाम की समस्या गंभीर होती जा रही है। कई बैठकें होने के बावजूद, स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। धरातल पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से लो ...और पढ़ें
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पदाधिकारियों की बैठक के बावजूद गया में जाम से नहीं मिल रही निजात। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, गयाजी। गयाजी शहर में सड़क जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए बिहार विधानसभा अध्यक्ष डॉ. प्रेम कुमार और जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर पिछले एक महीने से लगातार बैठकें कर रहे हैं।
इन बैठकों में कनीय पदाधिकारियों, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, नगर निगम के नगर आयुक्त और ट्रैफिक डीएसपी को निर्देश दिए गए हैं। लेकिन ये निर्देश केवल बैठकों तक ही सीमित रह गए हैं और धरातल पर कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं हुई है।
नतीजतन, सोमवार को भीषण ठंड के बावजूद शहर के शहरी क्षेत्र में एक बार फिर जाम लग गया। जाम में फंसे लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधि और अधिकारी केवल बैठकें करते हैं, जबकि जाम से निजात दिलाने के लिए कोई ठोस रणनीति नहीं बनाई जाती।
हर दिन शहर के प्रमुख मार्गों पर जाम की समस्या बनी रहती है। यदि प्रशासनिक अधिकारी ईमानदारी से कार्य करें, तो प्रमुख मार्गों पर जाम की समस्या का समाधान संभव है। लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें आम जनता की परेशानियों से कोई लेना-देना नहीं है।
मोटरसाइकिल चालकों का कहना है कि सड़क जाम के नाम पर केवल अतिक्रमण हटाया जाता है। अतिक्रमण हटाना आवश्यक है ताकि सड़क पर वाहनों का परिचालन सुचारू हो सके, लेकिन अतिक्रमण हटाने के बाद भी यातायात नियमों का पालन कराने के लिए ट्रैफिक पुलिस की तैनाती नहीं की जाती। कभी-कभार छत्ता मस्जिद, पीरमंसूर और राय काशीनाथ मोड़ पर ट्रैफिक पुलिस नजर आती है, लेकिन अन्य स्थानों पर उनकी अनुपस्थिति बनी रहती है।
विधानसभा अध्यक्ष ने बैठक में कहा था कि जीबी रोड, किरानी घाट, स्वजराजपुरी रोड, रमना, गोलपत्थर, डेल्हा, गया कॉलेज मोड़ और सिकड़िया मोड़ पर वन-वे का पालन कराना आवश्यक है। लेकिन इन मार्गों पर निर्देश के कई दिन गुजरने के बाद भी वन-वे का पालन नहीं किया गया। दोनों ओर से छोटे और बड़े वाहनों के आने के कारण लोगों को प्रतिदिन जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है।
सोमवार को जीबी रोड, रमना, टावर चौक, कोतवाली थाना के समीप, लहेरिया टोला, किरानी घाट और मोफस्सिल मोड़ पर सड़क जाम की स्थिति देखी गई। यदि इन मार्गों पर वन-वे का पालन किया जाए, तो जाम से राहत मिल सकती है।
ट्रैफिक थाना की पुलिस ने पार्किंग और वन-वे का पालन कराने के लिए साइनेज यानी बोर्ड लगाए हैं, लेकिन यह केवल खानापूर्ति है। इन स्थलों पर पार्किंग और वन-वे का पालन कराने के लिए कोई कर्मी मौजूद नहीं है। कई स्थानों पर जहां साइनेज लगाए गए हैं, वहां फिर से अवैध दुकानें लग गई हैं, जिससे साइनेज का कोई अर्थ नहीं रह जाता।
ट्रैफिक पुलिस जाम से निजात दिलाने के लिए प्रयासरत है और जल्द ही इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। डीटीओ और ट्रैफिक मिलकर ऑटो और ई-रिक्शा के लिए रूट तय करेंगे। वन-वे का अनुपालन कराने के लिए प्रयास जारी है और शाम के समय भी ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की जा रही है, जिससे यातायात व्यवस्था को सुगम बनाया जा सकेगा। -सुधीर कुमार, डीएसपी ट्रैफिक, गया।

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