गया OTA ने देश को दिए 23 महिला और 184 पुरुष सैन्य अधिकारी,पासिंग आउट परेड में दिखा शौर्य
गया के अफसर प्रशिक्षण अकादमी में पासिंग आउट परेड के बाद 207 सैन्य अधिकारी देश की सेवा के लिए तैयार हैं। परेड में कैडेट्स का अंतिम पग आकर्षण का केंद्र रहा। लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्या सेन गुप्ता ने कैडेट्स को पदक दिए और उन्हें संबोधित किया। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले कैडेट्स को सम्मानित किया गया।

जागरण संवाददाता, गयाजी। गया के अफसर प्रशिक्षण अकादमी से शनिवार को पासिंग आउट परेड के बाद राष्ट्र को 207 सैन्य अधिकारी मिले। शार्ट सर्विस कमीशन टेक्निकल पुरुष के 184 एवं 23 महिला कोर्स की दूसरी पासिंग आउट परेड के बाद नवीनतम सैन्य अधिकारी बनकर भारतीय सेना में शामिल हुए हैं।
पासिंग आउट परेड का मुख्य आकर्षक रहा कैडेट्स का अंतिम पग रहा। जो उनके सैन्य जीवन की नई यात्रा का प्रतीक है। इनमें 184 ऑफिसर कैडेट्स एसएससी टेक्निकल मेन-63 कोर्स से तथा 23 वीमेन आफिसरर कैडेट्स एसएससी टेक्निकल वीमेन 34 कोर्स से सफलतापूर्वक पासिंग आउट हुए।
इस ऐतिहासिक अवसर पर अकादमी परिसर में अनुशासन, शौर्य और गौरव की अद्वितीय संगम देखने को मिला। लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्या सेन गुप्ता जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ सेंट्रल कमांड परेड के रिव्यूइंग आफिसर थे। परेड में प्रदर्शित ऑफिसर कैडेट्स की दक्ष, सटीक और सामंजस्यपूर्ण ड्रिल मूवमेंटस ने उपस्थित सभी दर्शकों के हृदय में गहन गर्व की भावना उत्पन्न की।
पासिंग आउट परेड कमांडर पियूष डिमरी थे। रिव्यूइंग ऑफिसर ने उन ऑफिसर कैडेट्स को पदक प्रदान किए, जिन्होंने अपने प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। मुख्य अतिथि ने प्रशिक्षण के दौरान सर्वश्रेष्ठ सर्वांगीण प्रदर्शन करने वाले बटालियन अंडर आफिसर कुलथे ध्रुव को स्वार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया।
उन्हें नौ ग्रेनेडियर्स में कमीशन प्राप्त हुआ। अकादमी कैडेट एडजुटेंट मोनू कुमार को ओवर ऑल ऑर्डर ऑफ मेरिट में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। उन्हें 11 जाट में कमीशन प्राप्त हुआ।
अकादमी के अंडर ऑफिसर पियूष डिमरी को ओवरऑल ऑर्डर ऑफ मेरिट में द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर रजत पदक से सम्मानित किया गया। उन्हें 7 कुमाऊं में कमीशन प्राप्त हुआ। बटालियन अंडर महिला आफिसर मुक्ता सिंह को ओवर ऑल ऑर्डर ऑफ मेरिट में तृतीय स्थान प्राप्त करने पर कांस्य पदक से सम्मानित किया गया।
उन्हें 118 इंजीनियर रेजिमेंट बांबे में कमीशन प्राप्त हुआ। मुख्य अतिथि ने कालिधर कंपनी को ओवर आल चैंपियन कंपनी के रूप में सर्वोत्तम प्रदर्शन करने के लिए प्रतिष्ठित चीफ आफ आर्मी स्टाफ बैनर प्रदान किया।
परंपरा और दूर दृष्टि संपन्न नेतृत्व को संतुलित रूप से अपनाने का आह्वान
पासिंग आउट कोर्सेज के ऑफिसर कैडेट्स को संबोधित करते हुए रिव्यूइंग अफसर लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्या सेन गुप्ता ने भावी युवा सेना नायकों को नए अंवेषणों को अपनाने और निरंतर अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने उद्देश्यपूर्ण नेतृत्व, उभरती प्रौद्योगिकियों में प्रवीणता तथा तीव्रता से बदलते युद्ध क्षेत्र में अनुकूलनशील बने रहने की आवश्यकता पर बल दिया। भारतीय थल सेना के प्रमुख मूल्यों को संजोते हुए उन्होंने परंपरा और दूर दृष्टि संपन्न नेतृत्व को संतुलित रूप से अपनाने का आह्वान किया। ताकि शांति और युद्ध दोनों परिस्थितियों में प्रभावी कमान सुनिश्चित हो सके।
नवीनतम अधिकारी ने बढ़ाया पहला कदम
पिपिंग सेरेमनी ऑफिसर कैडेट्स और उनके परिवारों के लिए गौरवपूर्ण और रोमांचक अनुभव था। यह महीनों की अटूट मेहनत और दृढ़ संकल्प की परिणति का प्रतीक था। उनके सफर में एक निर्णायक पड़ाव सिद्ध हुआ।
ब्यूगल की ध्वनि, उनके कंधों पर सितारे सजाए गए जो उनके कमीशंड ऑफिसर बनने का प्रतीक था। अकादमी एडजुटेंट लेफ्टिनेंट प्रखर धगत द्वारा दिलाई गई राष्ट्र सेना की शपथ ने इस अवसर को और भी पावन बना दिया। इसके उपरांत उत्सव का माहौल आरंभ हुआ।
जब कैडेट्स ने भारतीय थल के भावी सेना नायकों के रूप में अपनी नई भूमिकाओं को अपनाया। उच्च मस्तक और संकल्प से भरे हृदय के साथ नव कमीशंड अधिकारी गर्व से आगे बढ़े और राष्ट्र के लिए गौरवशाली समर्पित सेवा व कर्तव्यनिष्ठा की ओर अपना पहला कदम बढ़ाया।
कैडेट्स के कंधों पर अतिथि और स्वजनाें ने अधिकारी बनने का बैच लगाया। इसके बाद तिरंगा, धार्मिक ग्रंथ और संविधान को साक्षी मानकर नवीनतम सैन्य अधिकारी को शपथ दिलाया गया।
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