Gayaji Dharmshala: देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को मिलेगी आधुनिक धर्मशाला, पार्किंग समेत कई हाईटेक सुविधाएं
गयाजी में तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार आधुनिक धर्मशाला का निर्माण करा रही है। 89 करोड़ की लागत से बन रही इस धर्मशाला में 1080 बेड होंगे और यह आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी। इसमें पार्किंग लिफ्ट डायनिंग और पार्क जैसी सुविधाएं होंगी। धर्मशाला का निर्माण दिसंबर 2027 तक पूरा होने की उम्मीद है जिससे तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी।

जागरण संवाददाता, गयाजी। गयाजी एक ऐतिहासिक और धार्मिक शहर है। जहां प्रत्येक दिन काफी संख्या में तीर्थयात्री देश-विेदेश से आते है। अपने पितरों के पिंडदान कर मोक्ष की कामना करते है। पितृपक्ष में तीर्थयात्रियों के हुजूम उमड़ती है। दिन-प्रतिदिन तीर्थयात्रियों के बढ़ती संख्या देखते हुए सरकार ने उच्च स्तरीय सुविधाओं के ख्याल में रखते ही आधुनिक गयाजी धर्मशाला के निर्माण शहर के वार्ड संख्या 41 के चांद-चौरा मोहल्ले में करा रही है।
बता दें कि गयाजी धर्मशाला के निर्माण पर्यटन विभाग द्वारा किया गया जा रहा है। उक्त धर्मशाला तीर्थयात्रियों को उच्च स्तरीय सुविधा प्रदान करने के लिए बनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत जी प्लास फाइव भवन का निर्माण किया जा रहा है। गयाजी धर्मशाला का निमार्ण पटना एक कंपनी बी आर कंस्ट्रक्शन द्वारा किया जा रहा है। धर्मशाला का निर्माण करीब 50 प्रतिशत हो गया है।
धर्मशाला निर्माण कार्य के देखरेख कर रहे कंस्ट्रक्शन का एक व्यक्ति अरुण कुमार ने कहा कि गयाजी धर्मशाला 2027 के दिसंबर तक पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा। धर्मशाला पूरी तरह से आधुनिक सुविधाओं से लैस हो गया। तीर्थयात्रियों के सुविधाओं के ख्याल में रखते हुए तैयार किया जा रहा है।
इस तरह के धर्मशाला दूसरे शहर में देखने को कभी कम ही मिलता है। धर्मशाला का निर्माण पांच एकड़ जमीन पर किया गया है। जिसमें 1080 बेड होगा है। साथ ही चार लिफ्ट, आठ सीढ़ियां, कार पार्किंग, डायनिंग के साथ किचेन, जेनरल स्टोर, सुधा स्टोर, आईसक्रीम पार्लर आदि का भी निर्माण किया जाएगा।
89 करोड़ की राशि से गयाजी धर्मशाला हो रहा निर्माण
गयाजी धर्मशाला का निर्माण 89 करोड़ की राशि हो रही है। गयाजी धर्मशाला का शिलान्यास 2023 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा किया गया था। एक वर्ष तक धर्मशाला का निर्माण का कार्य पूरी तरह से बंद रहा। क्योंकि जमीन को अतिक्रमण मुक्त करना है। अतिक्रमण हटने के बाद धर्मशाला का निर्माण शुरू किया गया। जिसमें 50 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया।
इस कार्य तहत भवन में 38 बस पार्किंग के साथ 303 कार पार्किंग बन रहा है। इसके साथ ही चालक रेस्ट रूम बनाया जा रहा है ताकि चालकों को असुविधा नहीं हो। साथ ही सोलर पावर जेनरेशन सिस्टम भी लगाया जाएगा। ताकि बिजली की व्यवस्था बेहतर हो।
पार्क की भी होगी सुविधा
धर्मशाला परिसर में पार्क की भी सुविधा रहेगा। जिसमें तीर्थयात्री सुबह और शाम सैर कर सकते है। वहीं, योजना के तहत पूरे परिसर के चारों ओर चारदीवारी का भी निर्माण किया जाएगा। धर्मशाला में 20 प्रतिशत बेड वीवीआईपी होगा।
वीवीआईपी बेड पूरी से तरह शूट का सकल में रहेगा। जहां तीर्थयात्रियों के एक कमरे में डबल बेड के साथ वातानुकूलित होगा। रूम में आधुनिक शौचालय व किचन भी रहेगा।
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