'कोरोना का नया वेरिएंट कमजोर, डरने की जरूरत नहीं', सिविल सर्जन बोले- अलर्ट मोड में गया का स्वास्थ्य विभाग
गया जिले के सरकारी अस्पतालों में कोरोना के नए वेरिएंट से निपटने की तैयारी पूरी कर ली गई है। अस्पतालों में ऑक्सीजन दवाएं और जांच किट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। सिविल सर्जन ने कहा कि नया वेरिएंट कमजोर है इसलिए डरने की जरूरत नहीं है। मरीजों की सुविधा के लिए अस्पतालों में लगातार निगरानी की जा रही है।

जागरण संवाददाता, गयाजी। कोरोना के नये वेरिएंट आने के बाद गया जिले के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग की ओर वर्तमान स्थिति एवं उससे निपटने की तैयारी कर ली गई है।
सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में जांच किट, मास्क, दवाएं, ऑक्सीजन और आवश्यक उपकरणों की आपूर्ति कर ली गई है।
वहीं, कोरोना से निपटने के लिए जिले के सरकारी अस्पतालों में प्रचुर मात्रा में आक्सीजन की व्यवस्था कर ली गई है। वहीं, जिले के आक्सीजन प्लांटों में आवश्यकता के अनुसार,अस्पतालों में आक्सीजन की सप्लाई दी जा रही है, इसकी सुविधा अस्पताल में भर्ती मरीजों को मिल रही है।
सभी सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की हो रही सप्लाई
बता दें कि कोरोना से निपटने के लिए जिले में आठ ऑक्सीजन प्लांट का संचालन किया गया था। जिसमें अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में सर्वाधिक तीन प्लांट बने हैं।
वहीं, जयप्रकाश नारायण अस्पताल गया, प्रभावती महिला अस्पताल गया, टिकारी, शेरघाटी अनुमंडलीय अस्पताल के अलावा बोधगया में एक-एक प्लांट बने हैं। इसमें मेडिकल के अलावे प्रभावती अस्पताल में प्लांट फंक्शनल है।
इसके साथ अन्य ऑक्सीजन प्लांट स्टाफ की कमी के कारण बंद है। ऑक्सीजन प्लांट की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए सभी अस्पतालों को पर्याप्त मात्रा में कंसंट्रेटर, बाइपेप दिए गए हैं। ऑक्सीजन सिलेंडर भी उपलब्ध कराया गया है।
कोरोना के नए वेरिएंट काफी कमजोर, पैनिक होने की जरूरत नहीं
सिविल सर्जन डॉ. राजाराम प्रसाद ने कहा कि कोरोना के नए वेरिएंट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है। इससे निपटने के लिए जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में तैयारी चल रही है। कोरोना के नए वेरिएंट से पैनिक होने की जरूरत नहीं है। कोरोना का नया वेरिएंट काफी कमजोर है।
इसमें दो से तीन दिनों तक सर्दी और खांसी होती है और ठीक हो जा रही है। इसकी जांच अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में किया जा रहा है। फिलहाल गया जिले में एक भी केस नहीं है।
वहीं, जयप्रकाश नारायण सदर अस्पताल में भी पांच सौ कोरोना जांच का किट उपलब्ध है। अगर आवश्यकता होगी तो जहां भी मरीजों की जांच किया जाएगा।
वहीं, जिले के सभी अस्पतालों में मरीजों की सुविधा और उसकी जांच के लिए लगातार मॉनिटरिंग किया जा रहा है। सभी सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर भी उपलब्ध है।
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