Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar Flood: भारी बारिश से मुहाने नदी में आई बाढ़, मवेशियों के साथ कई लोग पानी में बहे

    Updated: Sat, 23 Aug 2025 04:35 PM (IST)

    गया में मुहाने नदी में बाढ़ आने से कई गाँव जलमग्न हो गए हैं। किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं और लोगों के मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बाढ़ के कारण आवागमन बाधित हो गया है। जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और राहत कार्य जारी हैं।

    Hero Image
    मुहाने नदी की बाढ़ ने मचाई तबाही, कई लोग बेघर

    संवाद सूत्र, बोधगया। बिहार और झारखंड के सीमावर्ती इलाकों में लगातार वर्षा के कारण मुहाने नदी में बाढ़ आ गई है। बाढ़ की पानी ने कई गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है। मुहाने नदी का पानी दर्जनों गांवों में प्रवेश कर चुकी है। जिसके कारण किसानों की फसल बर्बाद हो गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इसके अलावा लोगों की मकान और सड़क क्षतिग्रस्त हो चुकी है। इस बाढ़ ने कई लोगों का जान भी ले लिया है। बाढ़ के पानी से गंगा बीघा, बतसपुर, सिलौंजा, घुंघरिया, मोराटाल, छाछ, बसाढी गांव जलमग्न हो गई है। इस गांव के ग्रामीणों की घर में पूरी रात पानी भरी रही।

    अचानक नदी में बाढ़ आने से कई व्यक्ति और मवेशी भी पानी में बह गए है। सड़क और बिजली क्षतिग्रस्त हो गई है, लोगों का आवागमन प्रभावित हो गया है। बतसपुर गांव के मुख्य सड़क टूट जाने से दो दर्जन गांव के लोगों का आवागमन प्रभावित हुई है, अब वे 20 किलोमीटर की दूरी अधिक तय कर प्रखंड मुख्यालय या अस्पताल पहुंच पाएंगे, इसके अलावा उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय बतसपुर के चाहरदीवारी भी गिर गई है। आंगनबाड़ी केंद्र का चावल और कागजात बर्बाद हो गई है।

    बाढ़ क्षेत्र का जिलाधिकारी ने लिया जायजा

    शुक्रवार की देर रात बाढ़ आने के बाद गया जिलाधिकारी डॉ शशांक शुभंकर ने बाढ़ क्षेत्र का जायजा लिया, इस दौरान उन्होंने बाढ़ में फंसे लोगों को एसडीआरएफ की टीम के माध्यम से रेस्क्यू करवाया गया।

    इसके अलावा शनिवार को बोधगया अंचलाधिकारी महेश कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी अजीत कुमार ने बाढ़ पीड़ितों को सहायता पहुंचाई। घूघरिया टोला में रहने वाले सभी लोगों को सरकारी विधालय में ठहराया गया। उक्त गांव के ग्रामीणों को अधिक पानी के कारण पलायन करना पड़ा। हालांकि प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारी के साथ ग्रामीणों ने अभद्र व्यवहार किया।