Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कुख्यात नक्सली को पुलिस लेगी रिमांड पर, पलामू में छह बड़े प्लाट का लगा पता, संपत्ति होगी कुर्क

    By neeraj kumarEdited By: Yogesh Sahu
    Updated: Sun, 18 Dec 2022 04:01 AM (IST)

    गया-औरंगाबाद के कुख्यात नक्सली अभिजीत यादव उर्फ महावीर यादव उर्फ गोरा को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। इसके साथ ही उसके पास मिली संपत्ति को भी कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू करेगी। कुख्यात नक्सली गोरा के ऊपर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था।

    Hero Image
    कुख्यात नक्सली को पुलिस लेगी रिमांड पर, पलामू में छह बड़े प्लाट का लगा पता, संपत्ति होगी कुर्क

    गया, नीरज कुमार। बिहार-झारखंड के 10 लाख की इनामी कुख्यात नक्सल अभिजीत यादव उर्फ महावीर यादव उर्फ गोरा की गिरफ्तारी से गया और औरंगाबाद के साथ-साथ पलामू पुलिस ने राहत की सांस ली है। इसकी गिरफ्तारी गया जिले के धनगाई थाना बेलाकुंभी जंगल के समीप हुई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वरीय पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर ने बताया कि कुख्यात नक्सली की गिरफ्तारी में गया में प्रतिनियुक्त एसएसबी 29 बटालियन के कमांडेंट एचके गुप्ता की बड़ी भूमिका रही। इस नक्सली पर गया में 17, औरंगाबाद में 23 और पलामू में 21 मुकदमे हैं। इन जिलों में प्रतिबंधित नक्सली संगठन बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी के मध्य जोन का जोनल कमांडर था।

    एसएसपी ने बताया कि उक्त नक्सली और दस्ता के भ्रमण की सूचना पर एसएसबी कमांडेंट के नेतृत्व में कमेटी का गठन किया गया था। टीम में उपकमांडेंट अमोद कुमार, सहायक कमांडेंट रामवीर कुमार, रवि कुमार शामिल थे। सर्च अभियान 16 दिसंबर से शुरू किया गया था, जो 17 दिसंबर तक चला। इसमें दुआरी ग्राम के निकट जंगली एरिया से कुख्यात नक्सली अभिजीत एवं उसके एक सहयोगी कुंदन कुमार को गिरफ्तार किया गया। इसे जल्द ही रिमांड पर लेने के लिए न्यायालय में आवेदन दिया जाएगा।

    एके-56 भी हुई बरामद

    नक्सली के पास से एक एके-56 रायफल, 97 कारतूस, पांच डेटोनेटर, दो मैगजीन एवं दो लेबी वसूलने की डायरी बरामद की गई है।

    इन थानों में दर्ज हैं मामले

    एसएसपी ने बताया कि वर्ष 2016 में औरंगाबाद में नक्सलियों द्वारा बारूदी सुरंग लगाई गई थी। उस सुरंग को लगाने में अभिजीत की अहम भूमिका थी। उस विस्फोट में सात जवान शहीद हुए थे। गया में इमामगंज, आमस, छकरबंधा, डुमरिया, रोशनगंज, लुटुआ, सलैया, औरंगाबाद के मदनपुर, ढिबरा, देव, अंबा, छतरपुर थाना में मामला दर्ज है।

    एसएसपी ने बताया कि कुख्यात नक्सली को पकड़ने में एसएसबी एवं गया पुलिस के पदाधिकारी व जवानों को झारखंड-बिहार सरकार द्वारा घोषित 10 लाख 50 हजार रुपये की राशि बांटी जाएगी। इसकी सूची तैयार कर सरकार को भेजी जाएगी। ऑपरेशन में बेहतर योगदान देने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा।

    एसएसपी ने बताया कि कुख्यात नक्सली मूल रूप से पलामू का रहने वाला है। इसने वर्ष 2009 के बाद नक्सली संगठन से जुड़ने के बाद पलामू में काफी संपत्ति बना ली है। गोरा के पलामू में छह बड़े प्लाट होने का पता चला है। पूर्व में इसके घर पर ईडी का छापा पड़ा था। संपत्ति के मूल्य का आंकलन किया जा रहा है। इसके बाद नियमानुसार संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया होगी।

    पूर्व की घटनाओं का किया जा रहा आंकलन

    एसएसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में कुख्यात नक्सली के खिलाफ 61 मामले सामने आए हैं। संबंधित जिलों से संपर्क स्थापित कर इसके खिलाफ दर्ज मामलों का पता लगाया जा रहा है। नक्सली कमांडर किस इरादे से गया जिले की सीमा में आया था। इसके बारे में भी पता लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नक्सली ने पूछताछ में बाराचट्टी के अमरजीत से भी संबंध होने के बारे में बताया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस छापेमारी कर रही है।