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    कैमूर में 12 मार्च से होगी वाहनों के प्रदूषण प्रमाणपत्र की जांच, मौका रहते करा लें अप-टू-डेट वरना देंगे फाइन

    By Prashant KumarEdited By:
    Updated: Wed, 10 Mar 2021 02:32 PM (IST)

    कैमूर जिले में लोगों को सुरक्षित यात्रा कराने के साथ-साथ वातावरण शुद्ध बनाने के लिए परिवहन विभाग तत्पर दिख रहा है। यातायात नियमों का अनुपालन कराने के साथ वाहनों के प्रदूषण जांच का कार्य भी नियमित किया जा रहा है।

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    प्रदूषण जांच केंद्र पर प्रमाणपत्र लेने पहुंचने लगे वाहन। जागरण।

    जागरण संवाददाता, भभुआ। कैमूर जिले में लोगों को सुरक्षित यात्रा कराने के साथ-साथ वातावरण शुद्ध बनाने के लिए परिवहन विभाग तत्पर दिख रहा है। यातायात नियमों का अनुपालन कराने के साथ वाहनों के प्रदूषण जांच का कार्य भी नियमित किया जा रहा है। साथ ही वाहन की प्रदूषण जांच के बाद उसे प्रमाण पत्र भी दिया जा रहा है। ताकि कहीं पकड़े जाने पर वाहन चालक प्रदूषण प्रमाण पत्र दिखा सके। इससे उसे जुर्माना नहीं देना होगा।

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    अभी कई ऐसे वाहन स्वामी हैं, जो वाहन का प्रदूषण प्रमाण पत्र नहीं दुरुस्त कराएं हैं। ऐसे लोगों को 12 मार्च तक अपने वाहन का प्रदूषण प्रमाण पत्र दुरुस्त कराना आवश्यक है, क्योंकि 12 मार्च से परिवहन विभाग जिले के विभिन्न मार्गाें में वाहनों के प्रदूषण प्रमाण पत्रों की जांच को अभियान चलाएगा। इस संबंध में डीटीओ रामबाबू ने बताया कि बिहार सरकार के निर्देशानुसार 12 मार्च से जिले के विभिन्न मार्गों पर विशेष रूप से प्रदूषण जांच अभियान शुरू होगा।

    जांच के दौरान प्रदूषण प्रमाण पत्र नहीं रहेगा तो वाहन स्वामियों से मोटरयान अधिनियम 190 (2) के तहत दस हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। जुर्माना की राशि नहीं भरने वाले वाहन स्वामियों के वाहन को जब्त कर लिया जाएगा।

    प्रदूषण से कई तरह की समस्या हो सकती है उत्पन्न

    डीटीओ ने बताया कि वाहन प्रदूषण से कई तरह की समस्या उत्पन्न हो सकती है। सबसे खास तो यह है कि इससे मानव शरीर पर प्रभाव पड़ता है। इससे जी मिचलाना, आंखों में जलन होना, खांसी, सिर में दर्द, घबराहट होना, दिल से संबंधित बीमारियां होना, अदृश्यता खास कर दिमाग, हृदय, गुर्देे, फेफड़े और रक्त को प्रभावित करता है। इन्हीं खतरों को रोकने के लिए बिहार सरकार ने ऐसा कड़ा निर्णय लिया है।