पहले 4 वंदे भारत, अब गया-दिल्ली अमृत भारत और मेमू फास्ट ट्रेन; PM बिहार को देंगे 12000 करोड़ की सौगात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरी बार बोधगया पहुंचे। गयाजी में उनका यह चौथा दौरा है जहाँ वे बिहार को 12 हजार करोड़ की योजनाओं का तोहफा देंगे। केंद्र सरकार ने हृदय योजना के तहत फल्गु नदी के तट और सीता कुंड जैसे तीर्थस्थलों का सौंदर्यीकरण कराया है।गयाजी पितृपक्ष मेले के लिए प्रसिद्ध है। इस दौरे में गया-दिल्ली के बीच अमृत भारत ट्रेन शुरू हो जाएगी।

कमल नयन, गयाजी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दूसरी बार गयाजी की पावन उपनगरी बोधगया के आंगन में शुक्रवार को आएंगे। पीएम के आगमन को लेकर बुद्ध की भूमि पूरी तरह तैयार है। सबसे पहली बार 5 सितम्बर 2015 को प्रधानमंत्री के रूप में मोदी महाबोधि मंदिर आए थे। जहां उन्होंने भगवान तथागत को नमन कर एक धार्मिक समारोह में शिरकत की थी।
गयाजी में मोदी का यह चौथी बार आगमन होगा। दो बार गया के ऐतिहासिक गांधी मैदान मोदी के संबोधन का गवाह बन चुका है। यह दोनों दफा मोदी चुनाव प्रचार के दौरान यहां आए थे। कल चौथी बार उनका आगमन सरकारी तौर पर आमलोगों के लिए है। जहां वे लोगों को विकास के रूप में सौगात देंगे। लगभग 12 हजार करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन बुद्ध की इस भूमि से पूरे बिहार को समर्पित होगा।
केन्द्र में मोदी सरकार बनने के बाद धर्म क्षेत्र गयाजी में विकास के कई शिलापट लगे। इन स्थानों पर जाने के बाद यह एहसास अवश्य हो जाता है कि वह क्षेत्र पूर्वजों के नाम पर पिछले कई सालों से उपेक्षित था जो अब विकास के संगमरमर से सुसज्जित हो गया है। केन्द्र सरकार के हृदय योजना ने पवित्र फल्गु नदी के तट को आकर्षक बनाया।
माता सीता के नाम से सीता कुंड का सुंदरीकरण ऐसा हुआ कि लोग अब वहां घंटों बैठकर अपने पूर्वजों को याद करते हैं। अक्षयवट पिंडवेदी के साथ-साथ वैतरणी सरोवर, ब्रह्म सरोवर, गोदावरी, रामकुंड और सिंगरा स्थान का सुंदरीकरण किया गया। सुंदरीकरण का यह कार्य 2015 से 2019 तक किया गया था। केन्द्र सरकार के इस योजना के तहत 40 करोड़ रुपए खर्च किए गए और उपेक्षित पिंडवेदी चकाचक हो गया।
गयाजी की मान्यता के अनुरूप यहां एक पखवाड़े का पितृपक्ष मेला देश-विदेश के सनातन प्रेमियों का आकर्षण का केन्द्र होता है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु का गयाजी के पवित्र फल्गु में तर्पण और 54 पिंडवेदियों पर पितरों को पिंड अर्पित करने का कर्मकांड प्रतिवर्ष होता रहा है।
कालांतर से चले आ रहे इस कर्मकांड को सभी हिंदू आवश्यक मानते हैं। पितृपक्ष के एक पखवारा पूर्व पीएम मोदी का गयाजी के उपनगरी में आना इस बात का संकेत दिखता है कि आने वाले पितृपक्ष और श्रीविष्णुपद लेकर उनके कुछ अच्छे सौगात गयाजी के लिए हो सकते हैं।
पीएम मोदी की पिछले यात्राओं को हम स्मरण करें तो यह पाते हैं कि गयाजी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कई तोहफे मिले हैं। गया-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस, गया-क्यूल रेल लाइन दोहरीकरण कार्य की मंजूरी, पटना-टाटा वंदे भारत, देवघर-वाराणसी वंदे भारत, रांची-पटना वंदे भारत का परिचालन जारी है।
इस चौथे दौर में दो नई ट्रेन गया-दिल्ली के बीच अमृत भारत का परिचालन शुरू हो जाएगा। बुद्ध सर्किट से मेमू फास्ट ट्रेन वैशाली और कोडरमा के बीच चलेगी।
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