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    सिंगापुर से बिहार लौटे इंजीनियर रंजीत कम कर इस गांव की बेटियों के पिता का बोझ, इस काम में जुटे

    By Prashant KumarEdited By:
    Updated: Sat, 28 Aug 2021 12:35 PM (IST)

    गांव की बेटियों की शादी विवाह में बारत ठहराने में परेशानी ना हो इसके लिए भेलुविगहा गांव के अनुसूचित टोला में सामुदायिक भवन का निर्माण समाजसेवी ईं रंजीत कुमार करा रहे हैं। ईं रंजीत एनआरआइ हैं और भाजपा से जुड़े हुए है।

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    सिंगापुर के एनआरआइ द्वारा निर्माण कराया जा रहा सामु‍दायिक भवन। जागरण।

    संवाद सूत्र, हिसुआ (नवादा)। गांव की बेटियों की शादी विवाह में बारत ठहराने में परेशानी ना हो इसके लिए भेलुविगहा गांव के अनुसूचित टोला में सामुदायिक भवन का निर्माण समाजसेवी ईं रंजीत कुमार करा रहे हैं। ईं रंजीत एनआरआइ हैं और भाजपा से जुड़े हुए है। यह गांव उनका पैतृक गांव भी है। सामुदायिक भवन पूरी तरह से सुसज्जित होगा। गुरुवार को भवन का ढलाई कार्य पूरा हो गया।

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    इस संबंध में ई. रंजीत ने बताया कि भेलुविगहा की मिट्टी में खेलकूद कर बड़ा हुआ। आज सिंगापुर तक पहुंचा हूं। ऐसे में हमारा भी कर्तव्य है कि मैं कुछ अपने गांव, प्रखंड, क्षेत्र के लिए कुछ कर सकूं। बताया कि कोविड काल में समय कुछ गांव में प्रवास करने के दौरान ही कुछ गरीब तबके के लोगों ने बेटियों के शादी में बारात ठहराने को लेकर होने वाली परेशानियों से अवगत कराया था।

    इंसानियत है महत्वपूर्ण

    वे कहते हैं कि सामुदायिक सह शादी भवन हर किसी के लिए उपलब्ध होगा। यह किसी धर्म या समाज विशेष के लोगों का नहीं होगा। कहा कि इंसानियत को महत्व देते हुए धर्म-जाति में भेद नहीं किया जा रहा है। जिसे भी सामुदायिक भवन चाहिए होगा वह आपस में बैठक कर इसका लाभ ले सकता है। सेवा कार्य में धर्म विशेष को महत्व देने के बजाए इंसानियत महत्वपूर्ण है।

    समाज के प्रति कर्तव्य

    उन्होंने बताया कि आज मुझे जो कुछ भी मिला है समाज से मिला है। ऐसे में समाज के प्रति कर्तव्य बनता है कि उसे कुछ दिया जाए। इसलिए सेवा भाव से मैं यह भवन बनवाया रहा है। एक गरीब परिवार के शादी विवाह में भी हजारों व लाखों में खर्चा आना आम बात है। इस खर्च में आधा धन तो विवाह भवन में जाया हो जाता है। जो सक्षम है वे तो व्यवस्था कर लेते हैं, लेकिन जिनके पास धन का अभाव है उन्हें अव्यवस्थाओं से दो चार होना पड़ता है।

    प्राथमिक सुविधाओं से लैस होगा सामुदायिक भवन

    सामुदायिक भवन आधुनिक स्वरूप का होगा। हॉल, कमरा, शौचालय, स्नानघर होगा। बन रहे भवन में बिजली कि व्यवस्था भी की जायेगी। उन्होंने इस कार्य में सहयोग करने बाले नीरज कुमार व जमीनदाता रामभज्जु महतो सहित अन्य लोगों के प्रति भी आभार जताया।