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    अवैध रूप से चल रहे दर्जनों आरा मशीन, स्टॉक तक मेंटेन नहीं, सरकारी राजस्व सहित पेड़ों का भारी नुकसान

    By Prashant Kumar PandeyEdited By:
    Updated: Wed, 01 Jun 2022 08:34 AM (IST)

    सभी नियमों को ताख पर रखकर पूरे प्रखंड भर में दर्जनों गैर कानूनी आरा मशीनें चल रही है। इससे सरकारी राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है। वहीं पेड़ पौधों की अवैध रूप से कटाई की जा रही है। इससे हरे-भरे पेड़ बेरोक-टोक के काटे जा रहे हैं।

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    गया में आरा मशीन की तस्वीर, जागरण आर्काइव

     संवाद सूत्र, गुरुआ : सभी नियमों को ताख पर रखकर पूरे प्रखंड भर में दर्जनों गैर कानूनी आरा मशीनें चल रही है। इससे सरकारी राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है। वहीं पेड़ पौधों की अवैध रूप से कटाई की जा रही है। इससे हरे-भरे पेड़ बेरोक-टोक के काटे जा रहे हैं। वन विभाग हर साल लाखों पेड़ लगाने का दावा करता है। लेकिन काटे गए पेड़ किसी को दिख नहीं रहे हैं।

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    एक तरफ सरकार पौधा रोपण पर हर प्रकार से हरियाली लाने के दिशा में प्रयास कर रही है। पेड़-पौधों को लगाने के लिए सरकार हर वर्ष कोई नई योजना को लाती है लेकिन सारी योजनाओं को इन संचालकों ने बर्बाद कर रखा है। जगह-जगह पौधे लगाकर उनकी सुरक्षा के लिए किसी एक व्यक्ति को जिम्मेवारी दी जा रही है। वहीं प्रखंड में करीब एक दर्जन अवैध आरा मशीन सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। 

    वन विभाग की ओर से न तो इनके पास लाइसेंस प्राप्त है और न ही वे वन विभाग के कोई नियम-कानून को मानते है। विभागीय स्तर पर इस प्रकार के अवैध कारोबार पर रोक लगाने की दिशा में अबतक कोई ठोस करवाई नहीं की गई, लिहाजा उन लोगों का हौसला बुलंद है। प्रखंड में एक दर्जन आरा मशीन धड़ल्ले से चल रहा है। प्रखंड हर प्रमुख स्थान पर आरा मशीन स्थापित है। बता दें कि गुरुआ प्रखंड में गुरुआ, बरमा, बिराहिमा, उसेवा, बुधुआचाक, बेलौटी व भरौंधा में इस प्रकार की अवैध आरा मशीनें संचालित है। 

    इस प्रकार के अवैध मशीनों के संचालन की जानकारी वन विभाग को है। इससे जुड़े अधिकारियों व कर्मियों की मिली भगत से यह धंधा चल रहा है। इस संबंध में वन विभाग के अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन बात नहीं हो पाई।