नवादा: कंप्यूटर शिक्षा से कोसों दूर हैं रजौली इंटर विद्यालय के छात्र-छात्राएं, जानिए कारण
रजौली इंटर विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को कंप्यूटर शिक्षा की सुविधा नहीं मिल रही है। कंप्यूटर शिक्षा से यहां पढ़ने वाली छात्र-छात्राएं कोसों दूर हैं। एक तरफ राज्य और केंद्र सरकार सभी विद्यालय और क्लासरूम को स्मार्ट बनाने को लेकर करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रही हैं।
संवाद सहयोगी, रजौली (नवादा): प्रखंड मुख्यालय स्थित रजौली इंटर विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को कंप्यूटर शिक्षा की सुविधा नहीं मिल रही है। कंप्यूटर शिक्षा से यहां पढ़ने वाली छात्र-छात्राएं कोसों दूर हैं। एक तरफ राज्य और केंद्र सरकार डिजिटल इंडिया के तहत सभी विद्यालय और क्लासरूम को स्मार्ट बनाने को लेकर करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रही हैं। लेकिन दूसरी तरफ जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
मुख्यालय के विद्यालय में भी कंप्यूटर नहीं
इसकी पड़ताल की गई तो पता चला कि मुख्यालय के विद्यालय में भी कंप्यूटर नहीं लगाया गया है। प्रखंड मुख्यालय के विद्यालय के छात्र छात्राओं को ही जब कंप्यूटर शिक्षा नहीं मिल रही है तो ग्रामीण क्षेत्र में विद्यालय का क्या हाल होगा। इसका अनुमान सहज लगा सकते हैं। ऐसा नहीं है कि इस विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को कंप्यूटर के बारे में जानकारी लेने के लिए दिलचस्पी नहीं है।
गरीब बच्चों से अब भी कंप्यूटर शिक्षा कोसों दूर
बच्चे चाहते हैं कि उन्हें कंप्यूटर के बारे में जानकारी मिले। लेकिन विद्यालय में यह सुविधा नहीं है। सक्षम छात्र-छात्राएं विद्यालय के बाहर जाकर प्राइवेट कंप्यूटर सेंटर में कंप्यूटर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। कंप्यूटर सीखने की चाहत रखने वाले उन गरीब छात्राओं के लिए प्राइवेट कंप्यूटर सेंटर कोसों दूर है और सरकारी व्यवस्था फेल है।
क्या कहते हैं छात्र-छात्राएं
नवम वर्ग के छात्र पंकज कुमार ने कहा कि विद्यालय में एक भी कंप्यूटर नहीं है। जिससे कंप्यूटर शिक्षा के बारे में कोई जानकारी नहीं मिलती है। कंप्यूटर शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्राइवेट जगह पर जाकर इसके बारे में जानकारी लेते हैं। नवम वर्ग के छात्र सूरज कुमार ने कहा कि कई बार अपने क्लास टीचर से कंप्यूटर शिक्षा के बारे में बात की तो विद्यालय में ही व्यवस्था करने को लेकर जानकारी मिली। अब तक कंप्यूटर नहीं लगा है।
क्या कहते हैं प्रभारी प्रधानाध्यापक
प्रभारी प्रधानाध्यापक संजय कुमार तरुण ने बताया कि विद्यालय में कंप्यूटर की व्यवस्था नहीं है इसके कारण छात्र-छात्राओं को इस विषय की पढ़ाई नहीं होती है। विद्यालय में एक सप्ताह के भीतर 10 कंप्यूटर लगाया जाएगा। इसके लेकर टेक्निकल टीम ने दौरा भी किया है। जल्द से जल्द छात्र-छात्राओं को कंप्यूटर शिक्षा विद्यालय में ही मिलने लगेगी।