डीपीआरओ केबिन में बैठकर करता है गंदी हरकत, महिला ने बिहार सीएम को चिट्ठी लिख की शिकायत
Bihar News गया के डीपीआरओ पर एक महिला कर्मी ने गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का कहना है कि डीपीआरओ केबिन में बुलाकर उसके साथ गंदी हरकत करते हैं। महिला ने इसको लेकर सीएम नीतीश को शिकायत भेजी है।

जागरण संवाददाता, गया। जिला का शीर्ष कार्यालय समाहरणालय का जिला पंचायती राज कार्यालय यानि डीपीआरओ चर्चा में है। जिला मुख्यालय से लेकर सीएम हाऊस तक ऐसे में जिला पंचायती राज पदाधिकारी राजीव कुमार की चर्चा हो रही है। पूरा प्रशासनिक महकमा पंचायती राज विभाग के महिला कर्मी द्वारा सीएम को भेजे गए पत्र से काफी सहमा हुआ है। प्रशासनिक अधिकारी के बीच महिला द्वारा भेजे गए पत्र काफी चर्चा में है। संविदा पर बहाल महिला गया शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र की रहने वाली है। महिला कर्मी ने जिला पंचायती राज पदाधिकारी राजीव कुमार पर आरोप लगाया है। अपने कार्यालय कक्ष में दिन भर बैठाकर अश्लील बातें करना, प्राइवेट पार्ट को स्पर्श करने सहित कई अश्लील बातों को अंकित कर सीएम को पत्र भेज कर जानकारी दी है।
कहा है कि एक महिला उक्त आफिस में कार्य में असहज महसूस कर रही है। डीपीआर और उसका चालक की मंशा मेरे प्रति सही नहीं है। कभी ड्रेस पर टिका टिप्पणी, अश्लील हरकत, अभद्र के साथ पेश आने की बात कही है। साथ ही कक्ष के अंदर की बात बाहर जानकारी देने पर संविदा से हटाने की धमकी दी है। इस महिला कर्मी ने हिम्मत जुटाकर पूरी घटनाक्रम की जानकारी से सीएम को अवगत कराई है। उसने डीपीआरओ के कक्ष में काला शीशा लगाने पर भी आपति की है। काला शीशे में लड़कियों के साथ हरकत करते हैं। पीड़िता ने सीएम, मुख्य सचिव, पंचायत राज के प्रधान सचिव, राष्ट्रीय महिला आयोग एवं डीएम गया को पूरी घटना की जानकारी दी है।
सीएम के निदेश पर डीएम ने गठित की जांच टीम
पीडि़त के आवेदन को सीएम ने संज्ञान लिया है। सीएम के आदेश पर गया डीएम डॉ.त्यागराजन एसएम ने पूरी घटना की जांच करने के लिए टीम गठित की है।डीएम ने पत्र जारी कर जांच टीम में डीपीओ आईसीडीएस गया एवं श्रम अधीक्षक गया को शामिल किया गया है। इन पदाधिकारियों के नियंत्रण पदाधिकारी डीडीसी होंगे। टीम को दो दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है। पत्र में यौन शोषण की जांच करने को कहे हैं।
जिला पंचायती राज पदाधिकारी राजीव कुमार ने जागरण को बताया कि जिस नाम से मेरे खिलाफ महिला कर्मी द्वारा आवेदन दिया गया है। उस नाम की कोई भी महिला कर्मी जिला से लेकर पंचायत में नहीं है। महिला द्वारा लगाया गया आरोप बिल्कुल झूठा और मनगढ़त व बदनाम करने की साजिश रच कर सीएम को पत्र भेजा गया है।

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