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    Bihar Teacher News: विशिष्ट और बीपीएससी शिक्षकों का बनेगा मास्टर डेटा, 3 दिन में मांगी जानकारी

    Updated: Thu, 09 Oct 2025 05:34 PM (IST)

    बिहार में शिक्षा विभाग विशिष्ट और बीपीएससी शिक्षकों का मास्टर डेटा बनाने जा रहा है। सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से तीन दिनों के भीतर शिक्षकों की जानकारी मांगी गई है। इस डेटा का उद्देश्य शिक्षकों की जानकारी को एक जगह एकत्रित करना है, जिससे प्रबंधन और नीतियों को बेहतर बनाया जा सके। शिक्षा विभाग ने DEO को जल्द जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

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    जागरण संवाददाता, गयाजी। जिले के प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में कार्यरत विशिष्ट तथा बीपीएससी (टीआरई-1, 2, 3) शिक्षकों, प्रधान शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों का मास्टर डेटा तैयार किया जाएगा। इसके लिए स्थापना शाखा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों (बीईओ) और चिह्नित मध्य विद्यालयों को पत्र भेजा है।

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    निर्देश में कहा गया है कि डेटा की मूल प्रति तीन दिनों के भीतर कार्यालय में उपलब्ध कराई जाए। यह डेटा शिक्षकों के वेतनादि भुगतान हेतु तैयार किया जा रहा है। प्रत्येक चिह्नित विद्यालय को दो फार्म भेजे गए हैं।

    वेतन विपत्र शिक्षकों की कार्य अवधि के आधार पर विभागीय प्रावधान अनुसार बनाया गया है। सूची में किसी भी फर्जी शिक्षक को शामिल नहीं किया गया है।

    माध्यमिक परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि बढ़ी, छात्रों को मिली राहत

    दूसरी ओर, वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2026 में शामिल होने वाले छात्रों के लिए राहत की खबर है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने परीक्षा फार्म भरने की अंतिम तिथि 5 अक्टूबर से बढ़ाकर अब 12 अक्टूबर कर दी है। इस निर्णय से उन विद्यार्थियों को बड़ा लाभ मिला है जो किसी कारणवश पहले निर्धारित अवधि में अपना आवेदन नहीं कर पाए थे।

    बोर्ड द्वारा 19 सितंबर से 5 अक्टूबर तक ऑनलाइन परीक्षा आवेदन भरने की तिथि निर्धारित की गई थी, लेकिन कई विद्यालयों में तकनीकी समस्या, सर्वर व्यस्तता और दस्तावेज की अपलोडिंग में दिक्कत के कारण अनेक छात्र-छात्राएं आवेदन से वंचित रह गए थे। विद्यार्थियों की सुविधा को देखते हुए समिति ने एक सप्ताह का अतिरिक्त अवसर प्रदान किया है।

    बोर्ड के निर्देशानुसार सभी नियमित और स्वतंत्र कोटि के पंजीकृत छात्रों को समिति की वेबसाइट पर जाकर मूल पंजीयन कार्ड एवं परीक्षा आवेदन पत्र का प्रपत्र अपलोड करते हुए आनलाइन आवेदन भरना होगा। साथ ही डमी पंजीयन कार्ड में यदि कोई त्रुटि रह गई है तो उसका सुधार कर घोषणा पत्र संबंधित विद्यालय के प्रधान द्वारा समिति के पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य है।

    तिथि बढ़ाए जाने की जानकारी मिलते ही विद्यार्थियों और अभिभावकों में खुशी की लहर है। शिक्षण संस्थानों ने भी छात्रों से अपील की है कि वे बढ़ाई गई समय सीमा में फार्म भरने की प्रक्रिया पूरी कर लें ताकि किसी प्रकार की असुविधा न हो। बोर्ड का यह निर्णय परीक्षा व्यवस्था को सुचारू और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक सराहनीय कदम माना जा रहा है।