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    दून एक्सप्रेस में 24 लाख के 48 कछुए मिलने से हड़कंप, RPF ने वन विभाग को सौंपा 

    By SubhashEdited By: Krishna Bahadur Singh Parihar
    Updated: Sun, 21 Dec 2025 02:40 PM (IST)

    गया में दून एक्सप्रेस से 48 जीवित कछुओं की बड़ी बरामदगी हुई। RPF की सतर्कता से वन्यजीव तस्करी को नाकाम कर दिया गया। गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई कर ...और पढ़ें

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    दून एक्सप्रेस से 48 जीवित कछुओं की बड़ी बरामदगी। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता, गयाजी। पूर्व मध्य रेल के डीडीयू मंडल अंतर्गत गया जंक्शन पर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने सतर्कता और मुस्तैदी का परिचय देते हुए वन्यजीव तस्करी की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया।

    ‘ऑपरेशन विलेप’ के तहत की गई इस कार्रवाई में दून एक्सप्रेस के एक कोच से 48 जीवित कछुओं की बरामदगी की गई, जिन्हें सुरक्षित रूप से वन विभाग को सौंप दिया गया।

    वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश में चला अभियान

    शनिवार की रात को गया जंक्शन पर वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा-निर्देशन में आरपीएफ पोस्ट गया के निरीक्षक प्रभारी बनारसी यादव तथा निरीक्षक चंदन कुमार (अपराध आशा/गया) के नेतृत्व में संयुक्त टीम द्वारा स्टेशन परिक्षेत्र में अपराध निगरानी एवं रोकथाम के उद्देश्य से गश्त की जा रही थी।

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    इस टीम में सहायक उप निरीक्षक पवन कुमार, आरक्षक राकेश कुमार सिंह, अमित कुमार, अनील प्रसाद, विपिन कुमार, प्रधान आरक्षक महेश ठाकुर, उप निरीक्षक मुकेश कुमार, सीपीडीएस टीम गया के कर्मी तथा रेल पुलिस के अधिकारी भी शामिल थे।

    कोच की जांच में हुआ खुलासा

    आरपीएफ की टीम के गश्त के दौरान रात लगभग 22:25 बजे प्लेटफार्म संख्या-02 पर खड़ी गाड़ी संख्या 13010 डाउन दून एक्सप्रेस के कोच एस-7 की जांच की गई। इस दौरान कोच में रखे दो प्लास्टिक के बोरे (एक सफेद और एक पीले रंग का) संदिग्ध अवस्था में पाए गए। जब बोरे खोले गए तो उनमें कुल 48 जीवित कछुए मिले।

    यात्रियों ने नहीं किया दावा

    आरपीएफ द्वारा आसपास बैठे यात्रियों से पूछताछ की गई, लेकिन किसी भी यात्री ने उक्त बोरे अथवा कछुओं पर अपना दावा नहीं किया। चूंकि कछुआ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के अंतर्गत संरक्षित और अमूल्य जीव है, इसलिए आरपीएफ ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सभी कछुओं को बरामद कर लिया।

    वन विभाग को सुरक्षित सुपुर्दगी

    बरामद कछुओं को बोरे सहित रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट गया लाया गया और इसकी सूचना गयाजी वन विभाग को दी गई। इसके बाद रेंज अधिकारी सुश्री आरती कुमारी को अग्रिम कार्रवाई हेतु सभी 48 जीवित कछुए सही-सलामत सौंप दिए गए। कछुओं की अनुमानित बाजार कीमत लगभग 24 लाख रुपये आंकी गई है।

    वन्यजीव संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता

    आरपीएफ ने स्पष्ट किया कि रेलवे सुरक्षा बल न केवल रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि वन्यजीव संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण दायित्वों के निर्वहन में भी पूरी तत्परता से कार्य करता रहेगा। इस सफल कार्रवाई से वन्यजीव तस्करों में हड़कंप मच गया है और सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता एक बार फिर साबित हुई।

    उल्लेखनीय है कि बीते दिनों आरपीएफ की बड़ी कार्रवाई में नेताजी एक्सप्रेस और देहरादून से 178 कछुआ बरामद हुए। इस मामले में अज्ञात तस्करों के विरोध प्राथमिक की दर्ज की गई थी।