Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आत्मा शब्द केवल व्यवहार के लिए : दलाईलामा

    By Edited By:
    Updated: Sun, 08 Jan 2017 07:17 PM (IST)

    गया। कालचक्र पूजा के सातवें दिन रविवार को तिब्बतियों के धर्मगुरु दलाईलामा ने कहा कि आत्मा का अस्त

    गया। कालचक्र पूजा के सातवें दिन रविवार को तिब्बतियों के धर्मगुरु दलाईलामा ने कहा कि आत्मा का अस्तित्व नहीं है। आत्मा शब्द केवल व्यवहार के लिए है। आत्मा रूप, वेदना, संज्ञा, संस्कार का समूह है। इस समूह पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि रूप के तहत आकार व वर्ण आदि आता है। संज्ञा वस्तुओं की विशेषताओं के ज्ञान, वेदना सुख, दुख, भय व शोक आदि की अनुभूति, वस्तुओं के कुशल या अकुशल के ज्ञान को संस्कार कहते हैं। इसे ही चेतना भी कहा जाता है। जो चित्त के नाम से ख्यात है। चित्त की दो धाराएं है। एक संसार की ओर ले जाती है तो दूसरी कल्याणकारी राह पर चलने को प्रेरित करती है। शुद्ध चित्त से ही प्रज्ञा का उदय होता है। और चित्त के माध्यम से ही सुख-दुख के विचार मन में आते हैं। धर्मगुरु ने चित्त की कई भूमियां बताया। भूमियों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इसके द्वारा मनुष्य बाह्य जगत की चंचलताओं से उपर उठकर निर्वाण की ओर जा सकता है। उन्होंने कहा कि अविद्या के कारण दुख में पड़े रहते हैं। अविद्या विद्या से नष्ट होती है। योगी शब्द को धर्मगुरु ने परिभाषित करते हुए कहा कि वास्तविक सत्य को जानने वाले योगी होते हैं। योगी का दिनचर्या सामान्य लोगों से अलग होता है। उन्होंने कहा कि विभिन्न बौद्ध देशों के लोग एक भगवान बुद्ध के शिष्य हैं। इसलिए सभी लोग आपसी संबद्ध को प्रगाढ़ करें। हमने भी कई देशों का भ्रमण कर यही प्रयास किया है। धर्मगुरु के प्रवचन शुरू होने से पहले मैत्रेय प्रोजेक्ट यूनिवर्सल स्कूल की छात्राओं ने संस्कृत भाषा में और वियतनाम के 10 बौद्ध भिक्षुओं ने वियतनामी भाषा में प्रज्ञा पारमिता सूत्त का पाठ किया। वियतनामी बौद्ध संघ द्वारा दलाईलामा को एक चित्र भेंट किया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    -------

    राज्यपाल आज बोधगया में

    जासं, बोधगया (गया): सूबे के राज्यपाल रामनाथ कोविंद सोमवार को बोधगया आएंगे। राज्यपाल श्री कोविंद राज्य सरकार के विशेष विमान से 11:30 बजे गया इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचेंगे। उसके बाद वहां से सीधे निरीक्षण भवन आएंगे। वे विश्वदाय धरोहर महाबोधि मंदिर के गर्भगृह में पूजा-अर्चना करेंगे। दोपहर 12:30 बजे के बाद वे कालचक्र मैदान पर तिब्बतियों के आध्यात्मिक धर्मगुरु दलाईलामा से मिलेंगे। राज्यपाल भोजन के उपरांत विश्राम कर 2 बजे के बाद एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान करेंगे। यहां यह बता दें कि कालचक्र पूजा समापन के दिन सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोधगया आएंगे।

    comedy show banner
    comedy show banner