गंजख्वाजा से चिरैला पौथु के बीच 121 किमी लंबी डीएफसी बनकर तैयार, जल्द दौड़ेगी मालगाड़ी
गंजख्वाजा से चिरैला पौथू के बीच 121 किलोमीटर लंबे डीएफसी का निर्माण पूर्ण हो चुका है। इसपर 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से रेल इंजन दौड़ाकर इसका ट्रायल किया गया। जल्द मुख्य संरक्षा आयुक्त इसका निरीक्षण करेंगे।
सासाराम (रोहतास), जागरण संवाददाता। गंजख्वाजा से चिरैला पौथू रेलवे स्टेशन तक बनकर तैयार डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) नई रेल लाइन पर जल्द परिचालन शुरू होने की संभावना बढ़ गई है। बुधवार को रेल इंजन को चलाकर रेललाइन का ट्रायल किया गया। ट्रायल के लिए रेलवे की तरफ से विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर अधिकारी की प्रतियिुक्ति की गई थी। सासाराम में ट्रायल इंजन लगभग सवा दो बजे गुजरा। ट्रायल रिपोर्ट के बाद नई रेल लाइन का मुख्य संरक्षा आयुक्त इसका निरीक्षण करेंगे।
121 किलोमीटर लंबी है डीएफसीसी रेललाइन
डीए्फसीसी डीडीयू के महाप्रबंधक एके मिश्रा ने बताया कि उनकी मौजूदगी में आज गंजख्वाजा से चिरैला पौथू तक बनकर तैयार 121 किलोमीटर लंबी डीएफसीसी नई रेललाइन का इंजन चला ट्रायल किया गया। ट्रायल में दो लोको पायलट के अलावा डीएफसीसी व रेलवे के कई अन्य अधिकारी शामिल थे। ट्रायल को ले प्रमुख स्टेशनों के पास रेलवे के ट्रैफिक इंस्पेक्टर व अन्य अधिकारियों की भी प्रतिनियुक्ति की गई थी। सासाराम में स्टेशन प्रबंधक उमेश कुमार के अलावा एएसएम केके पांडेय, यातायात निरीक्षक सौरभ कुमार व कुदरा के टीआइ अरविंद कुमार ट्रायल इंजन व उसपर सवार अधिकारियों व कर्मियों का स्वागत किया । बताया गया कि ट्रायल पूरी तरह से सफल रहा है। अब हरी झंडी मिलने का इंतजार किया जा रहा है।
आरओबी का कराया जा रहा निर्माण
महाप्रबंधक ने कहा कि डीएफसीसी रेललाइन पर जल्द ही परिचालन शुरू करने का निर्णय लिया जाएगा। निर्माणाधीन सभी आरओबी का कार्य प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जा रहा है, ताकि मालवाहक ट्रेनों का परिचालन सुरक्षित व निर्बाध रूप से हो सके। इस फ्रेट कॉरीडोर के चालू होने से रेलवे को काफी फायदा होगा। अन्य ट्रेनों का परिचालन मालगाड़ी की वजह से बाधित नहीं होगा। साथ ही व्यवसायियों को भी सहुलियत होगी। लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही इस नए रेलखंड पर मालगाड़ी का परिचालन शुरू हो जाएगा।