सनसनीखेज खुलासा: बिहार में कम उम्र के बच्चों से हत्याएं करा रहे गैंगस्टर
बिहार में गैंगस्टर मर्डर के लिए कम उम्र के बच्चों का इस्तेमाल कर रहे हैं। बबलू दुबे हत्याकांड के खुलासे के बाद यह बात पूरी तरह साबित हो गई है।
पूर्वी चंपारण [जेएनएन]। बबलू दुबे हत्याकांड में कम उम्र के बदमाश व बाल सुधार गृह से फरार बच्चों के शामिल होने के खुलासे के बाद कई और बातें सामने आई है। यह बात खुली है कि कैसे गैंगस्टर कम उम्र के बच्चों को अपने झांसे में ले बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
शातिर बबलू दुबे हत्याकांड का राजफाश हो गया। पुलिस ने इस मामले में एक बाल बंदी समेत तीन को गिरफ्तार किया है। इनमें पूर्वी चंपारण के फेनहारा का एक बाल बंदी भी है। इसके अलावा परवतिया टोला (बेतिया) के विजय यादव व उसका भतीजा नीरज यादव है। इस घटना को मोतिहारी जेल में बंद कुख्यात राहुल सिंह गिरोह ने अंजाम दिया।
घटना में बाल बंदी भी था
एसपी विनय कुमार ने सोमवार को बताया कि घटना में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मैन्युअल व सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपराधियों की पहचान की गई। बबलू को अंतिम दो गोलियां मारने वालों में बाल बंदी था। घटना को अंजाम देने से पहले वह मोतिहारी रिमांड होम से अवैध तरीके से बाहर निकला। 11 मई को घटना को अंजाम देने के बाद फिर रिमांड होम चला गया। इस मामले में मोतिहारी रिमांड होम के कर्मियों की संलिप्तता के खिलाफ रिपोर्ट भेजी जा रही है।
मोतिहारी जेल में रची गई साजिश
एसपी ने बताया कि हत्याकांड की साजिश मोतिहारी जेल में बंद कुख्यात राहुल ङ्क्षसह ने रची थी। उसके इशारे पर कम उम्र के दो लड़कों को हत्या करने में लगाया गया था। जिन लोगों की पहचान की गई, उसमें राहुल सिंह, विकास सिंह, छोटाई सिंह के साथ कुछ स्थानीय अपराधी भी हैं। इनकी भी पहचान कर ली गई है। हत्याकांड का मुख्य सूत्रधार राहुल सिंह मोतिहारी सेंट्रल जेल में बंद है। अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। शीघ्र ही अन्य बदमाश भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
कुणाल की भूमिका अहम
एसपी ने कहा कि हत्या की साजिश में अहम भूमिका कुणाल सिंह निभा रहा था। वह कोर्ट के बाहर रह कर हर गतिविधियों की सूचना जेल में बंद राहुल को दे रहा था। सभी अपराधी परवतिया टोला निवासी विजय यादव के घर पर ठहरे थे। जहां से कोर्ट परिसर पहुंचे।
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बबलू को मारने के लिए दो बाल बंदियों के अलावा रिपुसूदन भी मौजूद था। जैसे ही इनलोगों को सूचना मिली कि बबलू पेशी के लिए आ रहा है तो उसे गोली मार दी गई। बबलू पर गोली चलाने वालों में दो बाल बंदी ही थे। कुणाल ङ्क्षसह फरार है। उसने घटना को अंजाम देने के लिए बेतिया में दस मई को अपराधियों को एकत्रित किया था। घटना के दौरान मोतिहारी के चार कुख्यात मनीष सिंह, संजय सिंह, रिपुसूदन और सिगरेट नामक अपराधी कोर्ट में ही थे।
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