कोटवा में नहर का बांध टूटा, सौ एकड़ से ज्यादा में लगी फसल तबाह
पूर्वी चंपारण के कोटवा प्रखंड के पोखरा गांव स्थित वार्ड संख्या-9 में मंगलवार को अचानक नहर का बांध टूट गया।
मोतिहारी । पूर्वी चंपारण के कोटवा प्रखंड के पोखरा गांव स्थित वार्ड संख्या-9 में मंगलवार को अचानक नहर का बांध टूट गया। बांध टूटने के साथ यहां के कई किसानों की करीब सौ एकड़ जमीन में लगी गेहू, दलहन व तेलहन फसल पानी में डूब गई। बार-बार जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को फोन करने के बाद भी किसी ने सुधि नहीं ली। बांध तिरहुत मुख्य नहर के दीपउ के पास से निकली केसरिया-राजपुर माइनर का टूटा है। देर शाम तक विभाग के लोग मौके पर नहीं पहुंचे थे। इस दौरान 37 किसानों के खेत में लगी फसल डूब गई है।
बताया गया है कि मंगलवार की सुबह अचानक से नहर का बांध टूटा। पानी की रफ्तार इतनी तेज थी कि देखते-देखते बांध 15 फुट तक टूट गया। जब किसानों को इसकी सूचना मिली तो वे अपने खेतों की तरफ दौड़े। लेकिन, पानी की तेज धारा के आगे उनकी एक न चली। देखते-देखते सैकड़ों एकड़ में लगी गेंहू, सरसो, आलू तथा दलहन की फसल डूब गई। सूचना पर पहुंचे अंचल अधिकारी संजय कुमार रजनीश ने विभागीय पदाधिकारियों को इसकी सूचना दी। बावजूद इसके कोई पदाधिकारी उक्त स्थल पर नही पंहुचा। बाद में सीओ ने स्वयं मुख्य नहर के जल निकास द्वार को बंद करवाया। विभाग के इस रवैये को लेकर किसान काफी आक्रोशित थे। किसानों को सीओ ने फसल क्षतिपूर्ति का आश्वासन देकर लोगों को शांत कराया। इससे पूर्व किसानों ने आरोप लगाया था कि इसी जगह पर अक्टूबर 2018 में भी बांध टूटा था। धान की फसल तबाह हो गई थी। उस समय भी अधिकारियों ने फसल क्षति पूर्ति का आश्वासन दिया था। परंतु, अबतक नहीं मिला। मुख्य रूप से पीड़ित किसानों में शंभू प्रसाद यादव, सिपाही राय, मदन राय, मोहन प्रसाद यादव, जिनिश राय, मैनेजर यादव, चंद्रिका राय समेत 37 लोग शामिल हैं। तत्काल पानी के बहाव को रोक दिया गया है। विभाग को सूचना दी गई है। किसानों के फसल क्षति की रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी जाएगी।
संजय कुमार रजनीश
अंचल अधिकारी, कोटवा (पूचं.) -
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