पूरक, कुम्भक, रेचक प्राणायाम से होता सभी रोगों का नाश
मोतिहारी । पताही के सुगापीपर गांव में गुरुवार की सुबह युवकों ने प्राणायाम कर समाज को जाग
मोतिहारी । पताही के सुगापीपर गांव में गुरुवार की सुबह युवकों ने प्राणायाम कर समाज को जागरूक करने का काम किया। योग प्रशिक्षक सानुज पांडेय ने कहा है कि सुबह में एक पूरक दो कुम्भक व रेचक प्राणायाम करने से बहुत ही लाभ मिलता है। इससे शारीरिक उन्नति के साथ ही अछ्वुत उर्जा का संचार होता है और लंबी आयु की प्राप्ति होती है। बेहतर स्वास्थ्य के लिए तो यह प्राणायाम मानों भगवान का दिया हुआ वरदान ही हैं। अगर सुबह में 20 मिनट सभी कोई प्राणायाम करेंगे तो हमारे देश में कोई अस्वस्थ होगा ही नहीं। व्यायाम से स्वास्थ्य, लम्बी आयु, बल और सुख की प्राप्ति होती है। निरोगी होना परम भाग्य है और स्वास्थ्य से अन्य सभी कार्य सिद्ध होते हैं। प्राणायाम करने का विधि अंगूठे से नाक के दाहिने छिद्र को दबाकर बाएं छिद्र से श्वसनों को धीरे-धीरे खींचने को पूरक प्राणायाम कहते हैं। फिर दूसरे प्रकार से जब सांस खींचना रुक जाए तब अनामिका और कनिष्ठिका अंगुली से नाक के बाएं छिद्र को भी दबा दें। इसे कुंभक प्राणायाम कहते हैं। वहीं तीसरे प्रकार बताया गया है कि अंगूठे को हटाकर दाहिने छिद्र से श्वास को धीरे-धीरे छोड़ने को रेचक प्राणायाम कहते हैं। मौके पर विकास पांडेय शिवम पांडेय मौजूद थे।