Sugauli vidhan sabha Seat 2025: बाहरी शोर के बीच गांव में आधे-अधूरे विकास का सच
Sugauli Assembly Seat 2025 सुगौली विधानसभा क्षेत्र में कुछ सड़कों ने गांवों को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ा है लेकिन स्थानीय सड़कें बदहाल हैं। कटाव निरोधी कार्य नहीं होने से कई गांवों में संकट की स्थिति है। यहां के गांव के लोग मूलभूत समस्याओं की कमी को भी झेल रहे हैं।

अमरेंद्र श्रीवास्तव, सुगौली (पूर्वी चंपारण)। Bihar Vidhan sabha Chunav 2025 / Sugauli vidhan sabha Seat 2025 / Sugauli Assembly Seat 2025: पूर्वी चंपारण की सुगौली विधानसभा, सामने से संपन्नता की तस्वीर और अंदर से खालीपन! विकास के शोर के बीच सिकरहना का शोक कायम है। नदी उफना नहीं रही तो राहत है। वरना यहां की भौगोलिक बनावट और सिकरहना की धारा, दोनों ही परेशानी का कारण हैं।
ऊपर से जनप्रतिनिधियों से की जानेवाली उम्मीदों को पंख नहीं लगे हैं। सड़कें बनीं, विद्यालयों का रंग-रोगन हुआ, आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रहे, लेकिन गांव की गलियों में विकास अब भी अधूरा है।
जिला मुख्यालय से 20 किमी की दूरी पर स्थित बूढ़ी गंडक, सिकरहना जैसी नदियों की मार झेल रहे इस क्षेत्र में बाढ़ सहित कई मूलभूत समस्याएं हैं। बड़ी संख्या में लोगों के घर नदी में समा गए।
बाढ़ग्रस्त क्षेत्र होने के कारण यहां के लोगों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं। किसानों को हमेशा दोहरी मार झेलनी पड़ती है। बाढ़ से निजात दिलाने के लिए किए गए प्रयास नाकाफी हैं। सिकरहना नदी के किनारे बांध बनाने का काम शुरू हुआ, लेकिन अब तक पूरा नहीं हो सका।
सूबे में 2005 के बाद सड़कों का निर्माण हुआ। गांव की सड़कें राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ रही हैं। लोगों को आवागमन में सुविधा मिली है। सुगौली व रामगढ़वा प्रखंड मिलाकर बनी यह विधानसभा बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है।
सुगौली की करीब 12 पंचायतों के अधिकांश इलाके बाढ़ की मार झेलने को विवश हैं। कई जगहों पर विकास का काम हुआ है, लेकिन विकास की भूख मिट नहीं पाई।
करोड़ों की योजनाओं का क्रियान्वयन
वर्तमान में राष्ट्रीय जनता दल के टिकट पर इं. शशिभूषण सिंह यहां के विधायक हैं। उन्होंने राजद से वर्ष 2020 में वीआइपी के उम्मीदवार रामचंद्र सहनी को 3,447 मतों से पराजित किया था। शशिभूषण सिंह को 65,267 व रामचंद्र सहनी को 61,820 मत मिले थे।
विधायक बनने के बाद शशिभूषण ने मुख्यमंत्री ग्रामीण विकास योजना के तहत कई काम कराए। वित्तीय वर्ष 2021-22 में करीब तीन करोड़, 2022-23 में दो करोड़ 98 लाख से 135, 2023-24 में तीन करोड़ 98 लाख से 150 और 2024-25 में दो करोड़ 50 लाख से 85 योजनाओं पर काम कराया।
कई शेष योजनाओं की अनुशंसा की है। करोड़ों की योजनाओं का क्रियान्वयन किए जाने के बाद भी लोग विकास के मामले में इलाके को पिछड़ा मानते हैं।
ये हुए काम
- फुलवरिया हाईस्कूल से मुख्य सड़क तक पीसीसी, भटहा से श्रीपुर होते हुए श्रीपुर चौक पर पीसीसी, कोबेया चौक से टिकुलिवया तक काली करण छपवा चौक से कोरिया होते हुए भटहा तक पक्की सड़क का निर्माण।
- छगराहा से महादेव स्थान तक पक्की सड़क का निर्माण। जनता चौक से करमावा होते हुए नकरदेई तक पक्की सड़क का निर्माण।
- खुटिहरवा से पंजिअरवा तक पक्की सड़क, रोशनपुर सपहा से लक्ष्मीपुर तक सड़क का निर्माण।
कायम रह गईं ये समस्याएं
- सिकरहना नदी से कटान के उपाय नहीं।
- खेतों तक बिजली आपूर्ति की सुविधा नहीं हो सकी उपलब्ध।
- इलाके के सभी गांव के लोगों तक नहीं पहुंच सकी शुद्ध पेयजल की योजना।
- किसानों को समय कर खाद और बीज नहीं मिलने के कारण खेती प्रभावित।
विधानसभा क्षेत्र एक नजर में
कुल मतदाता | 2,98,064 |
पुरुष | 1,56,673 |
महिला | 1,41,380 |
थर्ड जेंडर | 11 |
ग्रामीणों की बात
विधायक द्वारा क्षेत्र का समुचित विकास नहीं किया गया। लोग नदी के कटाव से परेशान रहते हैं। कई जगहों पर आधा-अधूरा काम किया गया। जनता से किए गए वादों को पूरा करने पर विधायक असफल साबित हुए। कई गांवों में सड़कों का अभाव हैं। कई सड़कें जर्जर हैं।
ललित सहनी, ग्रामीण
विधायक ने बहुत काम किया है। जनता के दुःख-दर्द को समझते हैं। विधान सभा क्षेत्र में करीब सभी जगहों पर सड़क, पुल और पुलिया का निर्माण किया गया। वे हमेशा जनता की जरूरत के अनुसार कार्य करते रहे हैं।
अखिलेश झा, ग्रामीण
विधायक की कार्यशैली पर सवाल है। जनता की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं देता है। जनता के लिए यह समस्या है कि विधायक किसी का फोन ही नहीं उठाते हैं। चुनाव में किए गए वादे पूरे नहीं किए। प्रखंड के कई जगहों पर सड़क की स्थिति जर्जर है सड़कों पर जलजमाव की स्थिति है।
राजेश्वर ठाकुर, ग्रामीण
विधायक क्षेत्र के विकास के लिए किए जाने वाले कार्यों से बहुत लगाव रखते हैं। मुश्किल समय में सहयोग देने के लिए तत्पर रहते हैं। सड़कों का जाल बिछाकर क्षेत्र में विकास की गति को बढ़ाने का काम किया है। उन्हें जनता विधायक के रूप में नहीं, बल्कि परिवार के अभिभावक के रूप में जानती है।
अशोक यादव, ग्रामीण
धरातल पर शून्य विकास
विधायक का पांच साल का कार्यकाल असफल रहा है। धरातल पर शून्य विकास हुआ है। विधानसभा क्षेत्र में आज भी सड़कों की समस्या है। बाढ़ से निजात दिलाने के लिए कोई कार्य नहीं हुआ। चुनाव में किए गए वादे अबतक पूरा नहीं किए जा सके हैं। कई जगह पुल और पुलिया जर्जर स्थिति में है।
रामचंद्र सहनी, निकटम प्रतिद्वंद्वी
सड़कों का जाल बिछाया गया
चुनाव में किए गए वादों को पूरा करने का प्रयास किया है। जनता की जरूरतों के अनुसार कार्यों को प्राथमिकता दी गई है। गांवों को मुख्य सड़कों से जोड़ा गया। सुगौली विधानसभा क्षेत्र में सभी पंचायतों में सड़क, पुल व पुलिया का निर्माण कराया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में भी सड़कों का जाल बिछाया गया। दलित कमजोर वर्ग के लोगों के उत्थान किया गया। नये अस्पताल भवन का निर्माण किया गया।
इं. शशिभूषण सिंह, राजद विधायक
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