मोतिहारी में पहले दंपती को रोका, फिर गाड़ी पर बैठाने का प्रयास; वीडियो वायरल होने के बाद दारोगा सस्पेंड
पूर्वी चंपारण के छतौनी में वाहन जांच के दौरान पुलिस द्वारा एक दंपती से बदसलूकी का वीडियो वायरल होने पर हंगामा मच गया। स्थानीय लोगों के विरोध के बाद पुलिस अधीक्षक ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दारोगा अनुज सिंह को निलंबित कर दिया और मामले की जांच के आदेश दिए। दंपती के अनुसार वे ट्रेन से उतरकर घर जा रहे थे तभी पुलिस ने उन्हें रोका था।

संवाद सहयोगी, मोतिहारी। छतौनी थानाक्षेत्र के बरियारपुर चीनी मिल के पास रविवार की देर शाम वाहन जांच के दौरान अंधेरे में एक दंपती से भिड़ने व उनके साथ अभद्र व्यवहार छतौनी पुलिस की टीम के एक दारोगा द्वारा किए जाने का वीडियो इंटरनेट पर तेजी से प्रसारित हो रहा है।
दैनिक जागरण ऐसे किसी प्रसारित वीडियो की पुष्टि नहीं करता। वीडियो में दिख रहा है कि दंपती को पुलिसवालों ने पकड़ रखा है। गाड़ी में बैठाने का प्रयास कर रहे हैं। बताया है कि जांच के दौरान शोरगुल सुनकर स्थानीय लोग भी पहुंच गए थे।
स्थानीय लोगों ने ही पुलिस के इस व्यवहार का वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित किया। कुछ देर तक जमकर हंगामा भी किया। मामला थाना पहुंचा।
दारोगा को किया निलंबित
थानाध्यक्ष अमरजीत कुमार के प्रयास से यह मामला समाप्त हुआ। वीडियो प्रसारित होने के बाद पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के समय मौजूद दारोगा अनुज सिंह को तत्काल प्रभावित से निलंबित कर दिया है।
साथ ही इस पूरे मामले की जांच का आदेश सदर वन के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिलीप कुमार को दिया है। बताया गया है कि मुफस्सिल थाना के बनकट गांव निवासी पिंटू कुमार बाइक से अपनी पत्नी व साली के साथ जा रहे थे। छतौनी पुलिस ने बरियारपुर में रोका व कागजात की मांग की।
इस दौरान पिंटू कुमार की पुलिस से बहस होने लगी। इस कारण से माहौल बिगड़ने लगा। महिला ने बताया कि वे तीनों ट्रेन से उतरकर बाइक से अपने घर जा रहे थे। इसी क्रम में यह विवाद हुआ।
मामले में सदर-वन के एसडीपीओ दिलीप कुमार ने बताया कि पीड़ित महिला के बयान में पुलिस पर कोई आरोप नहीं है। महिला का कहना है कि आसपास के लोगों व राहगीरों के कारण विवाद बढ़ गया। मामले की जांच की जा रही है।
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