क्या स्कूल में भी सुरक्षित नहीं बेटियां? बिहार के पूर्वी चंपारण में विद्यालय में घुसकर शिक्षकों व बच्चियों से मारपीट
East Champaran News: पूर्वी चंपारण के पताही के कन्या विद्यालय ने न केवल उस स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं के अभिभावकों की वरन सबकी चिंता बढ़ा दी है। सवाल यही है कि क्या स्कूल कैंपस के अंदर भी हमारी बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। यदि जवाब इस तरह का है तो फिर सवाल और भी उठने लगेंगे। कैसे पढ़ेंगी बेटियां? कोई युवक बिना किसी रोक-टोक के कैसे स्कूल के अंदर दाखि हो जाता है। पुलिस टीम भी सवालों के घेरे में है।

संवाद सहयोगी, पताही (पूर्वी चंपारण)। East Champaran News: पताही के राजकीय मध्य कन्या विद्यालय में एक ऐसी घटना हुई है जिसने समाज को झकझोर कर रख दिया है। वहां पढ़ने वाली छात्राओं के अभिभावकों को डरा दिया है।
राजकीय मध्य विद्यालय पताही कन्या में शुक्रवार को एक युवक द्वारा अनाधिकृत रूप से प्रवेश कर शिक्षकों व बच्चों के साथ मारपीट एवं दुर्व्यवहार किए जाने का मामला सामने आया है। अचानक हुई इस घटना से विद्यालय में पढ़ाई कर रही बच्चियां सहम गईं और पूरे परिसर में अफरा-तफरी मच गई। कई छात्राएं रोने लगीं।
वहीं, शिक्षक स्थिति को संभालने में लग गए। प्रधानाध्यापक पुष्पा कुमारी ने बताया कि युवक ने प्रवेश करते ही बदसलूकी शुरू कर दी और रोकने पर शिक्षकों के साथ हाथापाई करने लगा। कुछ बच्चियों ने विरोध किया तो उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया गया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए तुरंत बीईओ गुफरान आलम को इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलते ही बीईओ तुरंत विद्यालय पहुंचे और पूरे मामले की जांच की। घटनास्थल पर मौजूद शिक्षकों एवं छात्राओं से पूछताछ की गई।
इस दौरान आरोपित युवक को समझा-बुझाकर वहीं बैठाया गया। साथ ही डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी गई, ताकि उसे थाने ले जाया जा सके। लेकिन 112 की टीम समय पर विद्यालय नहीं पहुंची। पुलिस की देरी का फायदा उठाकर आरोपित युवक अपनी बाइक विद्यालय परिसर में ही छोड़ अचानक वहां से भाग निकला।
यह देखकर शिक्षक और बच्चे दहशत में आ गए। इस संबंध में बीईओ गुफरान आलम ने कहा कि विद्यालय परिसर में किसी बाहरी व्यक्ति का इस प्रकार घुसना और शिक्षकों-बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करना बेहद गंभीर मामला है।
उन्होंने प्रधानाध्यापक को निर्देश दिया है कि मामले की पूरी जानकारी देते हुए थाने में लिखित आवेदन दें, ताकि उचित कार्रवाई की जा सके। इधर, थानाध्यक्ष बबन कुमार ने बताया कि घटना से संबंधित न तो कोई सूचना अब तक थाने को नहीं मिली है। आवेदन मिलते ही मामले की जांच कर दोषी के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस और विशेषकर डायल 112 को इस मामले में अधिक तत्परता दिखाने चाहिए थे। ऐसी स्थिति में आरोपित का वहां से भाग जाना लोगों की चिंता और पुलिस के प्रति अविश्वास को बढ़ा रहा है।

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