East Champaran : 1090 छात्राएं और सिर्फ पांच शिक्षक, कैसे बनेगा पढ़ाई का संतुलन
पूर्वी चंपारण के मेहसी में एक विद्यालय में 1090 छात्राओं के लिए केवल 5 शिक्षक हैं। पीएम श्री राजकीयकृत बालिका उच्चतर माध्यमिक 2 विद्यालय मेहसी में शिक्षकों की भारी कमी है। विद्यालय को पीएम श्री योजना में शामिल किया गया है, लेकिन सुविधाओं और शिक्षकों की नियुक्ति के मामले में शिक्षा विभाग असंवेदनशील बना हुआ है। अभिभावकों ने सरकार से शिक्षकों की नियुक्ति की मांग की है ताकि शिक्षा का संतुलन बना रहे।

राजकीयकृत बालिका उच्चतर माध्यमिक मेहसी। जागरण
संवाद सहयोगी, मेहसी (पूर्वी चंपारण)। शिक्षा अज्ञानता को दूर करती है। छात्र-छात्राओं मे आलोचनात्मक सोच, रचनात्मकता, नेतृत्व और निर्णय लेने की क्षमताओं को विकसित करती है। जिसको मूर्त रूप देने में शिक्षकों की अहम भूमिका होती है। लेकिन जहां छात्र अनुपात में शिक्षक ही नहीं हो तो क्या उपरोक्त अपेक्षाएं की जा सकती है।
जानकर आश्चर्य होगा कि मेहसी मे एक ऐसा विद्यालय हैं जहां 1090 छात्राओं के भविष्य की गाथा लिखने की जिम्मेवारी मात्र 05 शिक्षको पर निर्भर है। यह स्थिति है पीएम श्री राजकीयकृत बालिका उच्चतर माध्यमिक 2 विद्यालय मेहसी का। विद्यालय को पीएम श्री विद्यालय के रूप में शामिल तो कर लिया गया है। लेकिन शैक्षणिक गतिविधियों के संचालन एवं सुविधाओं के लेकर शिक्षा विभाग आज भी असंवेदनशील है।
विद्यालय प्रबंधन द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी पूर्वी चंपारण को पत्र भेजकर बार बार स्मारित किए जाने के बाद भी आज तक इस दिशा में कोई कारवाई नहीं हो पाई है। जबकि पीएम श्री विद्यालय केंद्र प्रायोजित एक महत्वपूर्ण योजना है। जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 मे निहित सिद्धांतों यथा आधुनिक शिक्षा, प्रायोगिक शिक्षा, पर्यावरण अनुकूल शिक्षा के साथ विद्यालय को आदर्श विद्यालय के रूप मे रूपान्तरित करना है। अभिभावकों ने सरकार और शिक्षा विभाग से विद्यालय मे शीघ्र मानक के अनुरूप विषय वार शिक्षकों को बहाल करने का मांग की है।
एक मध्य विद्यालय को भी किया गया टैग
प्रभारी प्रधानाध्यापक श्याम कुमार शर्मा ने बताया कि विद्यालय मे उच्चतर माध्यमिक के अलावा विद्यालय के साथ एक मध्य विद्यालय को भी टैग किया गया है, जिसमें 242 छात्र हैं। इस प्रकार विद्यालय मे कुल 1332 छात्राएं नामांकित है। उच्च वर्ग के छात्राओं के शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन महज 05 शिक्षकों के जिम्मे है। रिक्तियों पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि सफलता पूर्वक शैक्षणिक गतिविधियों के संचालन के लिए विषय बार कुल 31 शिक्षकों की आवश्यकता है। अगर पदस्थापित 05 शिक्षकों को घटा दिया जाए तो गणित, हिन्दी, विज्ञान, सोशल साइंस, संस्कृत और अंग्रेजी के लिए 03-03 अर्थात 18, भौतिक, रसायन, बोटनी, जुलोजी, इतिहास, भूगोल, मनोविज्ञान, गृहविज्ञान समाजशास्त्र के लिए 01-01 अर्थात कुल 09 शिक्षकों की विद्यालय को आवश्यकता है। अगर विभाग रिक्ति के अनुरूप विषय वार 26 शिक्षको को बहाल कर देती है तो यह विद्यालय जिला ही नहीं बल्कि राज्य स्तर पर पीएम श्री जैसे महत्वकांक्षी योजना के उद्देश्यों को पूर्ण करने मे अव्वल रहेगी।

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