राजा राम मारवाड़ी के नाम पर पड़ा राजा बाजार मुहल्ले का नाम
मोतिहारी। पूर्वी चंपारण का जिला मुख्यालय मोतिहारी शहर अपने आप में इतिहास के कई पन्नों क

मोतिहारी। पूर्वी चंपारण का जिला मुख्यालय मोतिहारी शहर अपने आप में इतिहास के कई पन्नों को समेटे है। यहां स्थित कई ऐसे मुहल्ले हैं जिनका इतिहास अंग्रेजों के आगमन के पूर्व से ही रहा है। मोतीझील के किनारे बसा यह शहर महात्मा गांधी को भी खूब भाया था। सन 1917 में गांधी जी ने यहां का प्रथम बार दौरा किया था। गांधी जी ने सत्याग्रह आंदोलन का आगाज भी यही से किया था। शहर स्थित राजा बाजार का इतिहास भी काफी पुराना है। भौगौलिक रूप से यह जिला समाहरणालय के बिल्कुल पास स्थित है। इसके नाम को लेकर लोगो के बीच कई तरह की भ्रांतियां हैं। अधिवक्ता शिवप्रकाश वर्मा बताते हैं कि राजा बाजार का इतिहास काफी पौराणिक है। जिला समाहरणालय के नजदीक होने के कारण शुरू से ही यह इलाका काफी विकसित रहा है। राजा बाजार निवासी प्रमोद प्रसाद बताते हैं कि काफी पहले राजा राम मारवाड़ी नाम के एक धनाढ्य व्यक्ति हुआ करते थे। तब राजा बाजार का सम्पूर्ण जमीन उन्हीं की हुआ करती थी। उन्होंने ही इस इलाके का नाम अपने नाम पर राजा बाजार रखा था। आज भी उनके वंशज राजा बाजार में रह रहे हैं।
इनसेट
पहले यहीं पर था बस स्टैंड
पहले यही पर बेतिया राज के जमीन में बस स्टैंड का संचालन हुआ करता था। बाद में स्थानांतरित होकर वह छतौनी में समीप चला गया। राजाबाजार मुहल्ला आज पूरी तरह संपन्न है। कई बड़े शोरूम के साथ यह इलाका विभिन्न बैंक की शाखाओं के लिए भी शहर में चर्चित है। यहां यूनियन बैंक, इंडियन बैंक, सेंट्रल बैंक, यूनाइटेड बैंक, आईडीबीआई, सिडिकेट बैंक की मुख्य शाखाएं अवस्थित है। इस मुहल्ले में प्रतिवर्ष भव्य तरीके से दुर्गापूजा भी होती है और प्रत्येक वर्ष सैकड़ों गरीब लड़के-ल़ड़कियों की सामूहिक शादी का संचालन भी नगदाहां सेवा समिति के माध्यम से इसी मुहल्ले से किया जाता है। यहां शहीद स्मारक भी है और कुछ दूरी पर गांधी मैदान, समाहरणालय, पुलिस केंद्र, हवाई अड्डा, धनौती नदी आदि अवस्थित है।
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