Nepal Protest: काठमांडू एयरपोर्ट से हवाई सेवा बहाल, एयरपोर्ट पर फंसे यात्रियों ने ली राहत की सांस
नेपाल में जेन जी आंदोलन की वजह से काठमांडू का त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 24 घंटे बंद रहने के बाद फिर से खुल गया। सामान्य दिनों में यहां से लगभग 300 उड़ानें संचालित होती हैं जिनमें हजारों यात्री यात्रा करते हैं। हवाई अड्डा खुलने से फंसे हुए यात्रियों को बड़ी राहत मिली है।

जागरण संवाददाता, वीरगंज (नेपाल)। नेपाल में जारी जेन जी आंदोलन के कारण बंद काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर गुरुवार की सुबह से हवाई सेवा शुरू कर दी गई।
करीब 24 घंटे बाद हवाई सेवा शुरू होने के बाद यात्रियों को बड़ी राहत मिली। जानकारी के अनुसार, सामान्य परिस्थितियों में त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से प्रतिदिन लगभग 300 उड़ानों का संचालन होता है। उनमें 200 घरेलू और 100 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शामिल हैं।
प्रतिदिन 14-16 हजार यात्री घरेलू और 12-14 हजार अंतरराष्ट्रीय पर्यटक यहां से यात्रा करते हैं। हवाई अड्डा बंद होने से हजारों यात्री विभिन्न गंतव्यों पर फंसे रहे।
हवाई अड्डे के महाप्रबंधक हंसराज पांडे ने बताया कि संचालन शुरू होने के साथ ही पहले चरण में नेपाल एयरलाइंस कॉरपोरेशन और हिमालय एयरलाइंस के चार विमान रवाना हुए। इसके बाद धीरे-धीरे अन्य सेवाएं भी बहाल की जा रही हैं।
नेपाल नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएन) के महानिदेशक प्रदीप अधिकारी ने बताया कि यात्रियों की परेशानी और शिकायतों को देखते हुए सुरक्षा समिति के साथ बैठक के बाद परिचालन की अनुमति दी गई है। सीएएएन ने अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले सभी हवाई अड्डों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
साथ ही एयरलाइंस व ट्रेवल एजेंसियों को निर्देश दिया गया है कि टिकट जांच और सुरक्षा प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही यात्रियों को यात्रा की अनुमति दी जाए।
इस बीच, घरेलू एयरलाइंस बुद्धा, यति और श्री एयरलाइंस ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए यात्रियों से हवाई अड्डे पर पहुंचने का आग्रह किया है।
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