एसएनएस कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य के खिलाफ जांच शुरू, टीम गठित
शहर के श्री नारायण सिंह (एसएनएस) महाविद्यालय में प्रभारी प्राचार्य की पदस्थापना विवादों के घेरे में आ गई है। इसको लेकर की गई शिकायत पर संज्ञान लेते हु ...और पढ़ें

मोतिहारी । शहर के श्री नारायण सिंह (एसएनएस) महाविद्यालय में प्रभारी प्राचार्य की पदस्थापना विवादों के घेरे में आ गई है। इसको लेकर की गई शिकायत पर संज्ञान लेते हुए बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है। कमेटी में अर्थशास्त्र के विभाग में विश्वविद्यालय प्राध्यापक डॉ. सीकेपी शाही, आरबीबीएम की प्राचार्य डॉ. ममता रानी और विश्वविद्यालय के सीसीडीसी डॉ. अमिता शर्मा को शामिल किया गया है। टीम को तीन दिनों के अंदर मामले की संपूर्ण जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। बताया जाता है कि शहर के श्री कृष्णनगर निवासी सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकत्र्ता अजय कुमार चौबे ने एसएनएस कॉलेज मोतिहारी में वरीय प्राध्यापक डॉ. संजीव राम की पदस्थापना को पूरी तरह नियमविरूद्ध व गलत है। इसको लेकर उन्होंने बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति व कुलसचिव को पत्र भेजा था। उन्होंने अपने पत्र में बताया है कि उक्त शिक्षक आरएसएस महिला कॉलेज में इतिहास विषय के एकल शिक्षक थे। श्री चौबे के अनुसार सरकार के नियमानुसार किसी भी महाविद्यालय में एकल शिक्षक का स्थानांतरण नहीं किया जा सकता है। मगर कानूनी व प्रशासनिक नियमों की धज्जियां उड़ाकर उन्हें एसआरएपी महाविद्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया। उनका आरोप है कि विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति ने गलत तरीके से डॉ. संजीव को एसआरएपी महाविद्यालय बारा चकिया से एसएनएस कॉलेज मोतिहारी में स्थानांतरित कर दिया। श्री चौबे ने एक पत्र का हवाला देते हुए यह भी कहा है कि 18 नवम्बर 2019 को राजभवन ने एक पत्र जारी कर कुलपति को नीतिगत मामलों में निर्णय लेने पर रोक लगा दी थी। इस पत्र के आलोक में कुलपति ने विश्वविद्यालय क्षेत्राधीन सभी महाविद्यालय के प्राचार्यों को 18 नवम्बर 2019 से 11 मार्च 2020 तक तत्कालीन कुलपति द्वारा लिए गए सभी नीतिगत निर्णयों की जानकारी कुलसचिव को देने का निर्देश दिया गया था। मगर, 13 जनवरी 2020 को डा. संजीव के स्थानांतरण से संबंधित मामले से कुलसचिव से छुपा लिया गया। ऐसे में 31 जुलाई को एसएनएस कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य प्रो. भोला सिंह ने अपना प्रभार डॉ. संजीव को सौंप दिया। ऐसे में उन्हें प्राचार्य का प्रशासनिक व वित्तीय अधिकार दिया जाना नियमसंगत नहीं है। श्री चौबे ने अपने पत्र में डॉ. संजीव के स्थानांतरण आदेश को रद करते हुए उनकी जगह योग्य व प्रशासनिक ²ष्टिकोण से दक्ष शिक्षक को प्राचार्य बनाने की मांग की है। विश्वविद्यालय द्वारा इस मामले में जांच का आदेश दिए जाने के बाद कॉलेज में हलचल बढ़ गई है।
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इनसेट बयान
मैं शिकायतकर्ता को जानता पहचानता तक नहीं हूं। पिछले 20 दिनों से मांग के बाद भी वित्तीय अधिकार नहीं दिए जाने से मुझे भी लग रहा था कि कुछ मामला है। मगर, किसी ने शिकायत की है मुझे इसकी जानकारी नहीं है। मेरा कोई अकेले नहीं सामूहिकता में स्थानांतरण हुआ है। विश्वविद्यालय ने यहां सेवा के लिए भेजा है, आगे जैसा विवि का आदेश होगा उसका अनुपालन किया जाएगा।
डॉ. संजीव कुमार राम, प्रभारी प्राचार्य, एसएनएस कॉलेज

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