पूर्वी चंपारण के 56 गांवों से गुजरेगा गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे, बिहार के 8 जिले होंगे कनेक्ट
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे परियोजना में तेजी आई है, जो पूर्वी चंपारण के 56 गांवों से होकर गुजरेगा। छह लेन का यह एक्सप्रेस-वे आठ अंचलों को जोड़ेगा और गंडक नदी पर एक पुल का निर्माण होगा। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिससे इलाके में आर्थिक विकास और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। यह एक्सप्रेस-वे बिहार के आठ जिलों से गुजरेगा, जिससे व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।

गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे (प्रतीकात्मक तस्वीर)
सत्येंद्र कुमार झा, मोतिहारी। गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे ग्रीनफील्ड परियोजना को पूरा करने की दिशा में प्रशासनिक स्तर पर प्रयास तेज कर दिए गए हैं। चुनाव के कारण मंद पड़ी रफ्तार को अब दिशा देने की कवायद तेज हो गई है। छह लेन की यह एक्सप्रेस-वे जिले के आठ अंचल से होते हुए 56 गांवों से होकर गुजरेगी। जिले में गंडक नदी पर एक पुल का का भी निर्माण होगा।
यह एक्सप्रेस वे जिले की सीमा में पहाड़पुर में प्रवेश करेगा जो आठ अंचलों से गुजरकर शिवहर जिला में प्रवेश करेगा। भूमि अधिग्रहण को लेकर अधियाचना मिलने के बाद प्रशासनिक स्तर पर पूर्वी चंपारण में 491.12 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण करने की दिशा में कार्रवाई तेज कर दी गई है।
बताया गया कि यह सड़क पूरी तरह से ग्रीन फिल्ड में होगा। शहरी आबादी से अलग से होकर गुजरने के कारण भूमि अधिग्रहण में परेशानी नहीं होगी। साथ ही जिस मार्ग से यह एक्सप्रेस-वे गुजरेगी उस इलाके का विकास होगा व वहां की आर्थिकी संवरेगी व रोजगार के नए अवसरों का सृजन होगा।
बिहार के आठ जिलों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेस-वे
यह एक्सप्रेस-वे बिहार के आठ जिलों से हाेकर गुजरेगा। इसमें पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज शामिल है। यह राज्य के 39 प्रखंडों तथा 313 गांवों से गुजरेगा। 520 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर 32000 करोड़ की राशि खर्च होगी। इस पर वाहनों की रफ्तार 120 किमी प्रति घंटा होगी।
एक्सप्रेस-वे से व्यापार के खुलेंगे नए रास्ते
गोरखपुर- सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे से सिलीगुड़ी और गोरखपुर के बीच की दूरी 600 किलोमीटर से भी कम हो जाएगी। किलोमीटर कम होने से शहरों के बीच परिवहन आसान हो जाएगा। एक्सप्रेस-वे से व्यापार के नए रास्ते भी खुलेंगे।
एक्सप्रेस-वे के साथ-साथ केंद्र सरकार द्वारा बनाए जाने वाले औद्योगिक गलियारे से जिले का विकास होगा। एक्सप्रेस-वे के किनारे औद्योगिक गलियारों के निर्माण से रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी।
विधानसभा चुनाव के कारण योजना की रफ्तार धीमी पड़ी थी। इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर कार्रवाई तेज कर दी गई है। पांच सदस्यीय कमेटी के निरीक्षण व बैठक के बाद भूमि अधिग्रहण की जाएगी। - विकास कुमार, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी

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