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    30 प्रतिशत अधिक दाम में बिकेगा गेहूं, पूर्वी चंपारण के किसान सीख रहे खास हुनर

    By Shashi Bhushan Kumar Edited By: Ajit kumar
    Updated: Wed, 26 Nov 2025 01:57 PM (IST)

    Bihar News: सरकार और कृषि विभाग की लगातार कोशिश है कि किसानों की आमदनी अधिक से अधिक बढ़े। वे आत्मनिर्भर होने के साथ ही साथ संपन्न हों। इसके लिए उनको विशेष रूप से प्रशिक्षित करने के साथ ही साथ सरकारी सहायता भी उपलब्ध कराई जा रही है। इसी कड़ी में पूर्वी चंपारण के किसानों को गेहूं के बीज की खेती का हुनर बताया जा रहा है।

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    East Champaran News: बीज उत्पादित करने वाले किसानों को अधिक दाम मिल पाएगा। फाइल फोटो 

    जागरण संवाददाता, मोतिहारी(पूर्वी चंपारण)। East Champaran News: विभाग की ओर से किसानों के लिए मौसम के अनुकूल बीज उपलब्ध कराने की कोशिश की जाती है बावजूद सभी किसानों को उन्नत किस्म का बीज नहीं मिल पाता है।

    इसका प्रभाव उत्पादन पर साफ तौर पर देखने को मिलता है। दूसरी चीज मौसम अनुकूल बीज नहीं मिलने की वजह से भी किसानों को परेशानी होती है। उस पर कीट का हमला अधिक होता है। इसलिए अब स्थानीय स्तर पर बीज के उत्पादन को बढ़ाने का फैसला लिया गया है।

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    जिले में रबी फसलों की बुआई का समय शुरू हो गया है। अधिकांश किसान गेहूं की खेती करेंगे, लेकिन जिले के चयनित प्रखंडों के पंचायतों के इच्छुक किसान गेहूं की बजाए गेहूं के बीज की खेती कर सकेंगे। अगर किसान गेहूं के बीज की खेती का विकल्प चुनते हैं तो उन्हें सरकार की ओर से कई तरह की सहायता मिलेगी।

    वहीं गेहूं का बीज एमएसपी से 30 प्रतिशत अधिक कीमत पर बिकेगी। इस योजना के तहत किसानों को दो तरह का लाभ मिलेगा। पहला किसानों को गेहूं के बीज की खेती पर मुनाफ अधिक मिलेगा तो दूसरा उन्हें अगले सीजन में स्थानीय जलवायु अनुकूल गेहूं का बीज उपलब्ध हो सकेगा। बता दें कि रबी सीजन 2024-25 में गेहूं के प्रमाणित बीज उत्पादन के लिए सूबे बिहार के 21 जिलों में पूर्वी चंपारण का भी चयन किया गया है।

    पूर्वी चंपारण जिले के विभिन्न प्रखंडों के चयनित किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र पीपराकोठी में बीज उत्पादन का एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षित किसान खेती-किसानी के साथ बीज का भी उत्पादन करेंगे। इससे उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। किसानों द्वारा उत्पादित बीज को खरीदकर सरकार अन्य किसानों को अनुदान पर उपलब्ध करावेंगी।

    प्रमाणित बीज उत्पादन योजना के तहत किसानों को बीज उपलब्ध कराया जा रहा है। योजना के तहत प्रति किसान एक हेक्टेयर के लिए एक सौ किलोग्राम उन्नत किस्म का गेहूं बीज दिया जा रहाौ। किसानों को खेती के समय बीजों की बुआई से पहले उसे उपचारित करना होगा। वहीं कटाई के समय खेतों के चारों तरफ से निर्धारित जगह की फसल को किसान स्वयं के उपयोग के लिए रखेंगे, जबकि बीच की फसल बीज के लिए उपयोगी होगा।

    किसानों को मुफ्त मिलेगा आधार बीज

    प्रमाणित बीज उत्पादन के लिए इच्छुक किसानों को मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना के तहत मुफ्त में बीज उपलब्ध होगा। इसके लिए पूर्वी चंपारण में 524 एकड़ में उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए आवश्यक 524 क्विंटल बीज में जिले को 450 क्विंटल प्राप्त हो चुका है।

    विभाग इच्छुक किसानों के बीच इसका वितरण भी शुरू कर चुकी है। जानकार बताते है कि अगर सरकार की यह योजना कारगर होती है तो आने वाले कुछ वर्षो में बिहार बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर होने के साथ अन्य राज्यों को बीज उपलब्ध कराने लगेगा।

    ज्यादा कीमत पर होगी खरीद

    जिले में प्रमाणित गेहूं के बीज को बढ़ावा देने के लिए किसानों को 80 प्रतिशत सब्सिडी पर आधार बीज की उपलब्धता बिहार राज्य बीज निगम के माध्यम से की गई है। बिहार राज्य बीज निगम प्रमाणित गेहूं बीज उगाने वाले किसानों से न्यनूतम समर्थन मूल्य से 25 से 30 प्रतिशत अधिक मूल्य पर शत प्रतिशत बीज की खरीदारी करेगा।

    किसानों को भी विभाग की ओर से किए जा रहे इस तरह के प्रयासों का सकरात्मक रूप से लेना चाहिए और इसका हिस्सा बनना चाहिए। यही वे कदम हैं जहां अन्नदाता आत्मनिर्भर होने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।