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    Bihar Education Department: विद्यालय में टीचर्स के जींस-टीशर्ट पहनकर एंट्री पर रोक, Reel बनाने पर बैन

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 05:22 PM (IST)

    पूर्वी चंपारण के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के जींस-टीशर्ट पहनने पर रोक लग गई है। शिक्षा विभाग ने डीजे डांस और रील बनाने पर भी पाबंदी लगाई है। ड्रेस कोड का पालन न करने पर कार्रवाई होगी। छात्रों की कम उपस्थिति पर अभिभावकों को सूचित किया जाएगा और शिक्षकों को आई कार्ड पहनना अनिवार्य है। यह कदम शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए उठाया गया है।

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    विद्यालय में गुरु जी के जींस-टीशर्ट पहनकर एंट्री पर रोक

    जागरण संवाददाता, मोतिहारी। पूर्वी चंपारण जिले के सरकारी विद्यालय में पढ़ाने वाले शिक्षक अब जींस-टीशर्ट पहनकर विद्यालय नहीं आ सकेंगे। इसके साथ ही, सरकारी विद्यालयों में डीजे, डांस, गाना गाने व रील बनाने पर रोक लगाई गई है। इस संबंध में शिक्षा विभाग के निदेशक सह अपर सचिव ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखकर ड्रेस कोड फॉलो कराने का निर्देश दिया है।

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    इसके साथ यह भी बताया गया है कि शिक्षक क्या पहनकर विद्यालय में आ सकते हैं और क्या नहीं। विभाग ने निर्देश का पालन नहीं करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई का आदेश भी दिया है। यह निर्देश शिक्षकों व कर्मचारियों के सरकार की ओर से जारी ड्रेस कोड में नहीं आने को लेकर जारी किया गया है।

    इसकी लगातार शिकायत मिलने के बाद विभाग ने इसे कड़ाई से लागू कराने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया है। बता दें कि सामान्य प्रशासन विभाग के ज्ञापन संख्या-394 दिनांक 28 अगस्त 2019 के माध्यम से शिक्षकों व कर्मचारियों को फॉर्मल ड्रेस में विद्यालय आने का निर्देश दिया गया था, बावजूद शिक्षक व कर्मचारी टी-शर्ट व जींस में शैक्षणिक कार्य को विद्यालय पहुंच रहे हैं।

    शिक्षा विभाग ने विद्यालय में शिक्षकों के द्वारा रील बनाने व मोबाइल के अधिक उपयोग को लेकर भी आवश्यक निर्देश दिए गए है। अगर शिक्षक इन नियमों का पालन नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।

    बता दें कि इससे पहले केके पाठक ने शिक्षा विभाग के अपने कार्यालय में जींस और टी-शर्ट पहनकर आने पर रोक लगाई थी। शिक्षक विभाग की समीक्षा बैठक में ऐसे मामले सामने आए थे। जिसमें कि पाया गया कि जिले के प्लस टू हाई स्कूलों में जितना नामांकन छात्र-छात्राओं का हुआ है। उसे काफी कम संख्या में बच्चों की उपस्थिति दर्ज हो रही है।

    वहीं, सरकारी विद्यालयों से बार-बार अनुपस्थित रहने वाले विद्यार्थियों से माता-पिता या अभिभावक का नंबर लेकर अनुपस्थिति की सूचना दी जाएगी। जिससे पता चल सके की बच्चे विद्यार्थी वास्तव में विद्यालय तबीयत खराब होने के कारण नहीं आ रहे हैं या विद्यालय के नाम पर कहीं और जा रहे हैं। शिक्षक यह भी जानकारी लेंगे कि विद्यार्थी विद्यालय के नाम पर कहीं कोचिंग तो नहीं जा रहे हैं।

    शिक्षकों को विद्यालय में आई कार्ड लगाकर आना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके साथ ही विद्यालय के शिक्षक जींस पैट व टी-शर्ट पहनकर विद्यालय में नहीं आएंगे। वहीं शिक्षकों के आई कार्ड बनवाने की राशि विद्यालय के कंपोजिट ग्रैंड के द्वारा विद्यालय प्रबंधन देगा। - राजन कुमार गिरि, जिला शिक्षा पदाधिकारी, पूर्वी चंपारण