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    East Champaran News : एसपी का फर्जी अकाउंट बना ठगी करने वाला राजस्थानी युवक अलवर से गिरफ्तार

    Updated: Sun, 06 Jul 2025 07:23 PM (IST)

    East Champaran News राजस्थान में इंटरनेट मीडिया पर पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात के नाम पर एक फर्जी अकाउंट बनाकर ठगी किया जा रहा था। इसकी शिकायत मिलने के बाद मामला दर्ज कर अंतरप्रांतीय साइबर ठग गिरोह के दो सदस्यों को राजस्थान के अलवर से गिरफ्तार किया गया है। दोनों बदमाशों की गिरफ्तारी अलवर से की गई है। दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर रविवार को मोतिहारी लाया गया।

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    शातिर के बारे में मीडिया को जानकारी देते पुलिस अधिकारी। जागरण

    संवाद सहयोगी, मोतिहारी। East Champaran News : पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात के नाम पर इंटरनेट मीडिया पर स्वर्ण प्रभात आइपीएस के नाम से फर्जी अकाउंट बनाकर ठगी करनेवाले अंतरप्रांतीय साइबर ठग गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने राजस्थान के अलवर से गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से एक चोरी समेत दो सेलफोन, तीन पासबुक, चार बार कोड, दो पैन कार्ड, तीन आधार कार्ड, छह एटीएम, एक चेकबुक,चार सिमकार्ड व पांच नए सिमकार्ड जब्त किए गए हैं।

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    साइबर थाना के पुलिस उपाधीक्षक अभिनव परासर ने बताया कि मामले में गिरफ्तार साइबर बदमाश क्रमश: राजस्थान के अलवर जिला के कोतवाली थाना थानाक्षेत्र के 138 फैमिली लाइन निवासी अभिनव मैसी उर्फ टुकटुक व 138 फैमली लाइन कच्ची बस्ती नंबर-तीन निवासी आरिफ खान शामिल हैं। दोनों बदमाशों की गिरफ्तारी अलवर से की गई है। दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर रविवार को मोतिहारी लाया गया। यहां उनके खिलाफ आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी कर दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

    दो लोगों से की गई थी कुल 3.60 लाख की ठगी

    बता दें कि साइबर अपराधियों ने एसपी के नाम पर अबतक दो लोगों से तीन लाख 60 हजार की ठगी की थी। इस मामले में साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात के निर्देश पर गठित टीम को तकनीकी व वैज्ञानिक साक्ष्य के साथ राजस्थान भेजा गया। वहां से दो बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में तीन और बदमाश चिह्नित किए गए हैं। उन तीनों की भी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम छापेमारी कर रही है। छापेमारी टीम में अपर थानाध्यक्ष राजीव कुमार सिन्हा, पुलिस निरीक्षक मनीष कुमार सिंहा, दारोगा शिवम सिंह के अलावा सिपाही बलराम चौधरी व आनंद कुमार शामिल थे।

    राजस्थान में टटलुबाज के नाम से जाने जाते हैं साइबर बदमाश

    राजस्थान में साइबर फ्राड करनेवाले बदमाशों को टटलुबाज के नाम से जाना जाता है। यहां के अपराधियों ने दो राज्यों के दो जिलों को अपना ठिकाना बनाया है। उनमें राजस्थान का अलवर व हरियाणा का मेवात शामिल हैं। इन दोनों जिलो में साइबर फ्राड सक्रिय है। साथ ही शटरकटवा गिरोह का भी ठिकाना संचालित होता है।

    भागलपुर के संवेदक चुन्नू सिंह से की 2.50 लाख की ठगी

    पुछताछ के दौरान बदमाशों ने बताया कि चर्चित आइपीएस व आइएएस के नाम पर फर्जी आइडी बनाकर ठगी करते हैं। इसी क्रम में एसपी स्वर्ण प्रभात आइपीएस के नाम पर फर्जी अकाउंट बनाकर दो लोगों से फर्नीचर बेचने के नाम पर 3 लाख 60 हजार की ठगी की थी। बदमाशों ने संबंधित को कहा था कि एसपी की बदली हो गई है, फर्नीचर बेचना है। जो लोग ठगी के शिकार हुए, उनमें भागलपुर के एक संवेदक चुन्नू सिंह से दो लाख 50 हजार रुपये की ठगी की गई। जबकि एक अन्य से एक लाख की ठगी की गई।

    टीम में शामिल पुलिसकर्मी होंगे पुरस्कृत

    राजस्थान में जाकर छापेमारी कर साइबर बदमाशों को गिरफ्तार करनेवाली पुलिस टीम को पुरस्कृत किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक ने बताया की टीम में शामिल पुलिस निरीक्षक राजीव कुमार सिन्हा, पुलिस निरीक्षक मनीष कुमार, दारोगा शिवम सिंह, सिपाही बलराम चौधरी व आनंद कुमार शामिल हैं।

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