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    दिल्ली में बैठा है नौकरी का झांसा देने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड, मोतिहारी में मैनेजर समेत 13 गिरफ्तार

    Updated: Mon, 15 Sep 2025 03:37 PM (IST)

    मोतिहारी के छतौनी थाना क्षेत्र में नौकरी के नाम पर युवाओं से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने 13 सदस्यों को गिरफ्तार कर 94 युवाओं को मुक्त कराया। यह गिरोह ऑटोमिक आयुर्वेद लिमिटेड के नाम से कंपनी चलाता था और इंटरनेट मीडिया के माध्यम से युवाओं को नौकरी का लालच देकर 25 हजार रुपये वसूलता था।

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    दिल्ली में बैठा है नौकरी का झांसा देने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड, मोतिहारी में मैनेजर समेत 13 गिरफ्तार

    संवाद सहयोगी, मोतिहारी। छतौनी थाना के बरियारपुर मोहल्ला में नौकरी का झांसा देकर युवाओं से करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के 13 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं नौकरी के झांसा में आए 94 युवाओं को मुक्त कर उसके स्वजनों को सौंप दिया गया है। छोटा बरियारपुर में पिछले तीन वर्ष से शंभु साह के मकान में किराए पर नौकरी के नाम पर ठगी करने वालों को प्रशिक्षण भी दिया जाता था।

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    सूचना पर सदर अनुमंडल के पुलिस पदाधिकारी दिलीप कुमार, साइबर थाना के अभिनव परासर, छतौनी थाना के थानाध्यक्ष सुनील कुमार व दंडाधिकारी की मौजूदगी में आठ घंटे तक छापेमारी कर 92 युवाओं को मुक्त कराया गया। गिरोह में मैनेजर सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिन लोगों से पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

    दिल्ली में बैठे मास्टरमाइंड ऐनामुल हक की तलाश की जा रही है। जिसपर इनाम की राशि पूर्व में की जा चुकी है।

    इंटरनेट मीडिया से ठगी का करता था काम

    ऑटोमिक आयुर्वेद लिमिटेड नाम की कंपनी खोल गिरोह के लोग इंटरनेट मीडिया पर मैसेंजर के माघ्यम से युवाओं को नौकरी देने के नाम पर अपने जाल में फंसाते थे। इसके लिए युवाओ से 25 हजार प्रति व्यक्ति वसूली की जाती थी। फिर किट बेचने के नाम पर उन्हें नौकरी दी जाती थी। किट में एक पैंट का कपड़ा, दो टाई, एनर्जी गोली के अलावा कुछ अन्य समान भी होता था।

    गिरफ्तार सदस्यों में शामिल

    गिरफ्तार लोगों में मैनेजर पताही थाना के महमदा गांव निवासी दीपक कुमार, पश्चिम बंगाल के मालदा जिला के नानचल थाना के सोलमारी का उमर फरूख, चंचलटु थाना के मदैह हाट निवासी दिलीप मारेड़ी, उत्तर दीनाक्षपुर जिला के इटहा थाना के पोरमेश्वराडी निवासी सैलीम साकिल, मालदा जिला के अजीजटोला निवासी आसीकुल इस्लाम, पूर्णिया जिला के बदरख निवासी मो. असरफ, कटिहार जिला के सुखमन निवासी साउद आलम, मालदा जिला के हतीचपा निवासी अबू कलाम, दलिलपुर निवासी वोहिदुजमान, असोम के दरंग जिला के कदमतला बगीचा निवासी अब्बास अली, मालदा के हरिचंद्रपुर थाना के नानारही निवासी मो. खबीर, उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिला के इटवा थाना के इटवा परसा निवासी मो. सज्जाद, असम के दोसा थाना बोरीझारा निवासी अमिनुल इस्लाम शामिल है। एसपी के निर्देश पर गठित टीम में शामिल रहे पदाधिकारी पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात के निर्देश पर गठित पुलिस टीम में डीएसपी दिलीप कुमार, अभिनव परासर, थानाध्यक्ष सुनील कुमार, दारोगा ब्रजेश कुमार, राहुल देव वर्मा, नेहा कुमारी, अंकुल कुमार, फिरोज के अलावा सशस्त्र बल के जवान व जिला डीआईयु की टीम शामिल थी।

    बिहार के अलावा असम, बंगाल के युवकों को नौकरी देने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के 13 सदस्यों को गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। वहीं पुलिस टीम दिल्ली में बैठे गिरोह के मास्टर माइंड की भी तलाश कर रही है। गिरोह का मास्टर माइंड एनामुल हक है, जो रक्सौल में भी संस्था चलाता था। वहां भी 400 युवकों को मुक्त कराया गया था। उसके फरार हाने के बाद उसपर इनाम की राशि की घोषणा की गई है। - दिलीप कुमार, डीएसपी सदर वन