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    पूर्वी चंपारण में डेटा एंट्री ऑपरेटर को 10000 रिश्वत लेते निगरानी की टीम ने दबोचा, क्या है पूरा मामला?

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 08:31 PM (IST)

    पूर्वी चंपारण के चिरैया में निगरानी ब्यूरो ने डेटा एंट्री ऑपरेटर प्रकाश कुमार को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। शिक्षक मणिभूषण कुमार से 10 दिन के कटे वेतन भुगतान के लिए घूस मांगी गई थी। निगरानी टीम ने ऑपरेटर को रंगे हाथों पकड़ा। बीईओ सरोज कुमार सिंह ने शिक्षक पर फंसाने की साजिश का आरोप लगाया है।

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    पूर्वी चंपारण में डेटा एंट्री ऑपरेटर को 10000 रिश्वत लेते निगरानी की टीम ने दबोचा

    संवाद सहयोगी, चिरैया (पूर्वी चंपारण)। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने मंगलवार को चिरैया प्रखंड संसाधन केंद्र (बीआरसी) में कार्यरत डेटा एंट्री ऑपरेटर प्रकाश कुमार को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। रिश्वत की रकम एक शिक्षक से 10 दिनों के कटे वेतन भुगतान के एवज में ली गई थी।

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    बताया जाता है कि नवसृजित प्राथमिक विद्यालय सपगढ़ा वार्ड नंबर तीन के शिक्षक सह भेड़ियाही गांव निवासी मणिभूषण कुमार का 10 दिनों का वेतन कट गया था। इसके भुगतान के लिए प्रयास किया तो घूस की मांग की गई। शिक्षक ने इसे लेकर निगरानी पटना में बीईओ व डेटा एंट्री ऑपरेटर के खिलाफ लिखित शिकायत की थी।

    इस पर पटना से निगरानी डीएसपी मो. वसीम फिरोज के नेतृत्व में दोपहर करीब एक बजे सादे लिबास में टीम ऑपरेटर प्रकाश के कमरे में पहुंची। साथ में शिकायतकर्ता शिक्षक भी थे। टीम की ओर से दिए गए रुपये जब उन्होंने डेटा ऑपरेटर को बतौर रिश्वत दिए तो उसे दबोच लिया गया।

    ऑपरेटर के पास से 10 हजार रुपये बरामद कर कार्यालय से बाहर लाया गया। उसका हाथ पानी से धुलवाया गया। इस प्रक्रिया में घूस की रकम लेने की पुष्टि हुई। उस वक्त बीईओ सरोज कुमार सिंह अपने कार्यालय में मौजूद नहीं थे। निगरानी डीएसपी ने बताया कि शिक्षक की शिकायत का सत्यापन करने के बाद प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की गई।

    बीईओ बोले- अनुपस्थिति पर वेतन काटने पर शिक्षक ने फंसाने की रची साजिश

    बीईओ सरोज कुमार सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता शिक्षक 10 दिनों तक स्कूल नहीं आए थे। जानकारी सामने आने पर ई-शिक्षा कोष की जांच करने पर पता चला कि वे बीते 21 से 30 जुलाई तक अपने विद्यालय से अनुपस्थित रहे। उन्होंने उपस्थिति पंजी पर फर्जी तरीके से हाजिरी भी बनाई थी।

    इसे लेकर शिक्षक से स्पष्टीकरण मांगा गया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। पुनः स्पष्टीकरण मांगा गया तो जवाब संतोषजनक नहीं मिला। इस कारण उनका 10 दिनों का वेतन काट लिया गया। शिक्षक ने बदले की भावना से मुझे और ऑपरेटर को साजिश कर फंसाने की कोशिश की है।