भारत-नेपाल सीमा पर कनाडा का नागरिक गिरफ्तार, पूछताछ में उगलेगा कई गहरे राज?
भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी ने एक कनाडाई नागरिक हरप्रीत सिंह को अवैध रूप से सीमा पार करते हुए गिरफ्तार किया। उसके पास वैध वीजा नहीं था। पुलिस ने मामला दर्ज कर उसे मोतिहारी न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सुरक्षा एजेंसियां उसके पंजाब और नेपाल कनेक्शन की जांच कर रही हैं।
जागरण संवाददाता, रक्सौल(पूच)। भारत-नेपाल सीमा पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की टीम ने सतर्कता दिखाते हुए एक विदेशी नागरिक को अवैध रूप से सीमा पार करने के प्रयास में गिरफ्तार किया। इस गिरफ्तारी के बाद से सुरक्षा एजेंसियों की बेचैनी बढ़ गई है।
पकड़ा गया संदिग्ध व्यक्ति हरप्रीत सिंह है, जो कनाडा के निवासी निर्मल सिंह का पुत्र बताया जा रहा है। हरप्रीत सिंह बिना वैध वीजा के भारत में रह रहा था और नेपाल जाने की कोशिश कर रहा था। इसी दौरान एसएसबी ने उसे पकड़ लिया और आवश्यक पूछताछ के बाद उसे हरैया थाने की पुलिस को सौंप दिया।
इसकी जानकारी हरैया थानाध्यक्ष किशन कुमार पासवान ने दी। बताया कि हरप्रीत सिंह के पास भारत का कोई वैध वीजा नहीं मिला है। इस आधार पर पुलिस ने उसके विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है और उसे मोतिहारी न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पकड़ा गया था चीनी नागरिक
बता दें कि करीब एक सप्ताह पूर्व चार चीनी नागरिक भारत-नेपाल मैत्री पुल के समीप से गिरफ्तार किये गये थे। उक्त विदेशी नागरिकों की गुत्थी अभी सुलझी ही नहीं कि इस बीच कनाडा के नागरिक की गिरफ्तारी से हड़कंप मच गया है।
सुरक्षा एजेंसियां गिरफ्तार कनाडा के नागरिक का पंजाब और नेपाल कनेक्शन की जांच में जुटी हैं। इस घटना ने एक बार फिर भारत-नेपाल सीमा पर अवैध और विदेशी नागरिकों की संदिग्ध गतिविधियों पर सवाल खड़ा कर दिया है।
ज्ञात हो कि इससे पहले चार चीनी नागरिकों को भी इसी तरह अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के प्रयास में गिरफ्तार किया गया था। उसका पासपोर्ट नंबर पी 8421171 ईडी है। 6 माई 025 निर्गत किया गया। समाप्ति 6 माई 2030 बरामद पासपोर्ट में अंकित है।
लगातार बढ़ रही हैं अवैध घुसपैठ की घटनाएं
चीन और अमेरिका के बाद अब कनाडा के नागरिक द्वारा अवैध घुसपैठ का मामला सामने आना सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय है। सीमा सुरक्षा बल लगातार अपनी निगरानी बढ़ा रही है और ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई कर रहा है।
डीएसपी धीरेन्द्र कुमार का कहना है कि ऐसे मामलों में कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में कोई भी विदेशी नागरिक बिना वैध दस्तावेजों के भारत में प्रवेश करने की हिम्मत न कर सके।
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