बिहार पुलिस ने छह साइबर फ्राड को किया गिरफ्तार, इसमें पश्चिम बंगाल का एक व उत्तर प्रदेश के बस्ती का भी एक शातिर
पूर्वी चंपारण के कल्याणपुर में पुलिस ने छापेमारी कर छह साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया जिनमें पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश के बदमाश शामिल हैं। ये गिरोह न्यू गोवा बंपर नामक वेबसाइट से लोगों को लॉटरी का लालच देकर ठगता था। ठगी का पैसा भूटान भेजा जाता था। पुलिस ने आरोपियों के पास से लैपटॉप और मोबाइल जब्त किए हैं और आगे की जांच कर रही है।

संवाद सहयोगी, मोतिहारी(पूर्वी चंपारण)। जिले के कल्याणपुर थाने की पुलिस ने यहां के बड़हरवा महानंद गांव स्थित जयशंकर जायसवाल के घर पर छापेमारी कर रविवार की देर शाम पश्चिम बंगाल के एक व उत्तर प्रदेश के एक समेत छह साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए बदमाशों में पश्चिम बंगाल के अलीपुर द्वार जिला के जयगांव थानाक्षेत्र के जयगांव भगतसिंह नगर निवासी उज्जवल चौधरी, उत्तर प्रदेश बस्ती के जयगांव छोटा टोला निवासी अनिष जायसवाल, पूर्वी चंपारण जिले के कल्याणपुर थानाक्षेत्र के बड़हरवा महानंद निवासी सहोदर भाई सुजल जायसवाल व सुमित जायसवाल, अमन जायसवाल के अलावा चिरैया थानाक्षेत्र के भागवतपुर निवासी विवेक कुमार चौधरी शामिल हैं।
साइबर फ्राड करनेवाले इस गिरोह का बंगाल, भूटान व नेपाल कनेक्शन भी सामने आया है। बदमाशों के पास से एक लैपटाप, नौ स्मार्टट फोन, 15 आधार कार्ड, नौ क्रेडिट कार्ड, एक डेबिट कार्ड, दो ड्राइविलंग लाइसेंस, तीन मतदाता पहचान पत्र के अलावा दिल्ली मेट्रो का टिकट व स्कूल कार्ड जब्त किया गया है।
पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों के पास से मिले इलेक्ट्रानिक डिवाइस की जांच तकनीकी तौर पर की जा रही है। इस दौरान सामने आ रहे तथ्यों के आधार पर पुलिस आगे की जांच कर रही है।
साइबर थाना के पुलिस उपाधीक्षक अभिनव परासर ने घंटों सभी बदमाशों से बारी-बारी से पूछताछ की है। इस दौरान बदमाशों ने पुलिस को कई अहम जानकारी दी है। जिसके आधार पर आगे की जांच की जांच की जा रही है।
वेबसाइट बना ठगी का साधन
पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि बदमाशों के इस गिरोह ने ठगी के लिए न्यू गोवा बंपर नामक वेबसाइट बना लिया था। वेबसाइट गेम खेलने के नाम पर बनी। इसपर पहले लोगों को आकर्षित किया गया। फिर एक आदमी से 15 हजार रुपये लिए जाते थे।
आनलाइन करने के लिए भूटान का नंबर दिया जाता था। इसके बाद लोगों को लाटरी खेलने की इजाजत मिलती थी। लोग पैसा डालते थे, लेकिन ठगी हो जाती थी। फिर भूटान में बैठा गिरोह का शातिर सदस्य रुपये भारतीय करेंसी में बदलकर गिरोह के स्थानीय सदस्यों के खाते में भेज देते थे।
घर में ही बना लिया ठगी के लिए दफ्तर
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि बड़हरवा महानंद निवासी जयशंकर जायसवाल के दोनों पुत्र क्रमश: सुजल जायसवाल व सुमित जायसवाल ने मिलकर घर में ही ठगी का पूरा सेटअप लगा रखा था। जैसे ही पुलिस को सूचना मिली घर के अंदर से बदमाशों का सारा सेटअप जब्त कर लिया गया।
दोनों गिरोह का नेतृत्व करते थे। इनके घर में बने दफ्तर में गिरोह के सभी सदस्य निर्धारित समय पर आते-जाते थे। पुलिस की टीम भूटान व नेपाल में रहनेवाले गिरोह के सदस्यों की खोज कर रही है।
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