विद्यालयों में फेस स्कैन से दर्ज होगी छात्रों की उपस्थिति, पूर्वी चंपारण में विभाग ने शुरू की तैयारी
पूर्वी चंपारण के सरकारी स्कूलों में अब छात्रों की उपस्थिति फेस स्कैन से दर्ज होगी। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने 'बिहार अटेंडेंस ऐप' बनाया है, जिसे एंट्रोलैब आईटी साल्यूशंस ने विकसित किया है। शिक्षकों को भी फोटो अपलोड करना होगा। डीईओ ने बताया कि इससे फर्जीवाड़े पर रोक लगेगी। पांच, छह और आठ दिसंबर को 6812 शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

शिक्षकों को चार स्लाट में आनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता,मोतिहारी (पूर्वी चंपारण)। Bihar News: पूर्वी चंपारण जिले के सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर विभाग लगातार कवायद कर रही है। विद्यालय में विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा के साथ-साथ बेहतर माहौल मिले, इसके लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है।
इसी कड़ी में सरकारी विद्यालयों को हाईटेक बनाने की पहल शुरू की गई है। अब जिले के सरकारी विद्यालय में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति डिजिटल तरीके से एप्प के माध्यम से बनेगी।
जिला शिक्षा पदाधिकारी राजन कुमार गिरि ने बताया कि बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने इस उद्देश्य के लिए बिहार अटेंडेंस एप्प तैयार किया है। पूरे राज्य में एंट्रोलैब आईटी साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से एप्प को विकसित किया गया है।
इस एप्प के माध्यम से विद्यार्थियों का फेस रिकाग्निशन से उनके एक्सप्रेशन रिकार्ड करके उपस्थिति दर्ज की जाएगी। बताया कि उपस्थिति दर्ज होने से पहले संबंधित शिक्षक का भी फेस रिकाग्निशन के माध्यम से फोटो अपलोड करना अनिवार्य होगा।
बताया कि इसके लागू होने के बाद विद्यालय से बाहर रहने पर किसी भी हालत में उपस्थिति दर्ज नहीं हो सकेगी। इससे उपस्थिति के फर्जीवाड़े पर लगाम के साथ विद्यालय में विद्यार्थियों व शिक्षकों की उपस्थिति बढ़ेंगे और शैक्षणिक माहौल में सुधार होगा।
डीईओ श्री गिरि ने बताया कि इस एप्प को ई-शिक्षा से भी टैग किया जाएगा, जिससे जिले में बैठे अधिकारी सीधे इसकी मानिटरिंग कर सकेंगे। इसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में ई-शिक्षा कोष कार्यालय का गठन किया जाएगा।
डीईओ श्री गिरि ने बताया कि विभाग से प्राप्त पत्र के अनुसार प्रशिक्षण के पहले संबंधित प्रखंड के शिक्षकों को प्रशिक्षण लिंग उपलब्ध करा दिया जाएगा।
विभाग ने जारी किया पत्र
डीईओ श्री गिरि ने बताया कि बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् के निदेशक द्वारा इस एप के प्रशिक्षण के लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों व विद्यालयों को पत्र जारी किया है। प्रशिक्षण का संचालन चयनित एजेंसी एंट्रोलैब आईटी साल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड करेगी। प्रशिक्षण का उद्देश्य है प्रत्येक विद्यालय प्रधान और एक-एक नोडल शिक्षक डिजिटल माध्यम से बच्चों की उपस्थिति दर्ज करने में कुशल हो।
6812 प्रधान शिक्षक व नोडल शिक्षक होंगे प्रशिक्षित
जिले में इसको लेकर पांच, छह व आठ दिसंबर को प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा। इसमें जिले के कुल 3406 सरकारी विद्यालयों के 6812 प्रधान शिक्षक व नोडल शिक्षक भाग लेंगे। प्रशिक्षण प्रतिदिन चार स्लाट में आयोजित होंगे।
इसके तहत पांच दिसंबर को आदापुर व अरेराज के 250 विद्यालय के 500, छह दिसंबर को बंजरिया, बनकटवा, चकिया, छौड़ादानो, चिरैया, ढाका, घोड़ासहन, हरसिद्धि, कल्याणपुर, मधुबन, केसरिया, कोटवा व मोतिहारी प्रखंड के 1849 विद्यालय के 3698 व आठ दिसंबर को मेहसी, पताही, पहाड़पुर, पकड़ीदयाल, फेनहारा, पीपराकोठी, रामगढ़वा, रक्सौल, संग्रामपुर, सुगौली, तेतरिया व तुरकौलिया के 1307 विद्यालय 2614 प्रधान शिक्षक व नोडल शिक्षक को आनलाइन माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा।

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