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    गोविंदगंज विधानसभा: विकास की राह में चमक, लेकिन खेती-किसानी को नई सुबह का इंतजार

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 01:51 PM (IST)

    पूर्वी चंपारण के गोविंदगंज विधानसभा क्षेत्र में विकास और चुनौतियों का मिश्रण है। विधायक सुनील मणि तिवारी ने सड़कों शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार की बात की है पर किसानों के लिए सिंचाई की समस्या बनी हुई है। गंडक नदी के कटाव से लोग परेशान हैं और शहरी क्षेत्रों में जलजमाव की समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।

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    गोविंदगंज में सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी सबका इंतजार

    विजयेंद्र कुमार मिश्र, अरेराज। गोविंदगंज विधानसभा सदानीरा नारायणी तट पर रची बसी इस विधानसभा के लोगों ने विकास के कई रंग देखे हैं। भारतीय जनता पार्टी के सुनील मणि तिवारी यहां के विधायक हैं। इन्होंने 2020 में कांग्रेस पार्टी के ब्रजेश पांडेय को पराजित कर यहां का प्रतिनिधित्व हासिल किया था।

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    क्षेत्र की चमचमाती सड़कें विकास की गाड़ी को आगे बढ़ा रही हैं। शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में व्यापक सुधार हुए हैं। विद्यालयों में बेहतर शिक्षण व्यवस्था है। प्रखंडों में प्राथमिक से लेकर प्लस टू तक के विद्यालय संचालित हो रहे हैं। अनुमंडल मुख्यालय में महाविद्यालय भी स्थापित है। स्वास्थ्य सेवाओं में पहले की अपेक्षा व्यापक सुधार हुए हैं।

    पंचायत स्तर पर कई स्थानों पर स्वास्थ्य उपकेंद्र की स्थापना की गई है। विधानसभा की कई पंचायतों में सेवा बहाल हो गई है। कई इलाकों में भवन का निर्माण चल रहा है। प्रखंड मुख्यालयों में संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व अनुमंडल मुख्यालय में संचालित अनुमंडलीय अस्पताल की स्थिति भी काफी बेहतर हुई है।

    इन सबके बीच इलाके के लोगों की अर्थव्यवस्था का मूल आधार खेती अभी भी उपेक्षित है। किसानों के लिए पहाड़पुर में कृषि विज्ञान केंद्र की स्थापना की गई है। इससे खेती में वैज्ञानिकता का समावेश हुआ है, लेकिन किसान विकास की इस रफ्तार के बीच मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। इलाके के सभी नलकूप बंद व बेकार पड़े हैं। ज्यादातर नहरों की स्थिति बदहाल है। ऐसे में किसान परेशान हैं।

    गंडक के कटाव से डरे रहते लोग

    गंडक नदी का डर हमेशा से क्षेत्र के लोगों को सताता रहता है। बरसात में बाढ़ व कटाव क्षेत्र की नियति बन गई है। हाल के महीनों में संग्रामपुर प्रखंड के पुछरिया समेत कई इलाकों में गंडक का कटाव तेजी से बढ़ा है। लोग कटाव से बचाव चाहते हैं। कुल मिलाकर विकास के शोर के बीच खेती-किसानी को नई सुबह का इंतजार।

    ये हुए काम

    -ग्रामीण कार्य विभाग की ओर से 150 से अधिक सड़कों का निर्माण।

    -महत्वपूर्ण स्थानों पर एक दर्जन से ज्यादा आरसीसी पुलों का निर्माण।

    -50 से ज्यादा छठ घाटों का निर्माण। दो दर्जन से अधिक कब्रिस्तानों की घेराबंदी।

    -दो दर्जन उप स्वास्थ्य केंद्रों व एक दर्जन से ज्यादा विद्यालयों के दो मंजिले भवन व वर्ग कक्ष का निर्माण।

    -एक दर्जन से ज्यादा सामुदायिक भवन का निर्माण।

    -मंझरिया पंचायत में चंद्रावत नदी पर विशाल पुल का निर्माण।

    -संग्रामपुर प्रखंड के पुछरिया में लगभग 25 करोड़ की लागत से कटाव से जन सुरक्षा के लिए बोल्डर पिचिंग का कार्य।

    कायम रह गईं ये समस्याएं

    -किसानों के लिए सिंचाई की सुविधा नहीं है। नहर व नलकूप दोनों की हालत खराब।

    -श्मशान भूमि के सिकुड़ते दायरे के बीच शवदाह गृह की आवश्यकता थी। चर्चा भी हुई, लेकिन एक का भी निर्माण नहीं हो सका।

    -शहरी क्षेत्र में नाला नहीं होने से प्रमुख इलाकों में जलजमाव की रहती समस्या।

    -बाढ़ से निजात को नहीं किए जा सके स्थाई इंतजाम। क्षेत्र के कई गांवों पर बढ़ रहा बाढ़ का खतरा।

    -बस स्टैंड विस्तारीकरण की दिशा में नहीं हुई कोई पहल।

    विधानसभा क्षेत्र एक नजर में

    कुल मतदाता : 281404

    पुरुष : 145963

    महिला : 135438

    थर्ड जेंडर : 3

    अपने पांच वर्षों के कार्यकाल में 500 करोड़ से ज्यादा की योजनाओं का क्रियान्वयन कराया। उनमें शिक्षा, सड़क, स्वास्थ, बिजली व पेयजल से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं। पुछरिया गांव को कटाव से बचाने के लिए विधानसभा में बराबर आवाज उठाकर 25 करोड़ की लागत से बोल्डर पिचिंग का कार्य कराया गया है। पशुपति नाथ चौक से मलाही बाजार होकर गहिरी तक जानेवाली सड़क बनी। यह सड़क सालों से उपेक्षित थी। सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर व आसपास के क्षेत्र को विकसित करने के लिए 136 करोड़ की राशि से काम होने जा रहे हैं।- सुनील मणि तिवारी, विधायक, गोविंदगंज।

    गोविंदगंज विधानसभा क्षेत्र में कहीं भी विकास नहीं दिखता। क्षेत्र की कई ऐसी समस्याए हैं, जिसका निदान किए बिना विकास बेमानी है। सिंचाई के लिए की गई सरकारी व्यवस्था दम तोड़ रही। शहरी क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या जल जमाव की है। जल जमाव से लोगों का सड़क पर चलना मुश्किल है। सड़क के साथ नाले की व्यवस्था अति आवश्यक है। क्षेत्र में बहुत से गांव ऐसे हैं, जहां आज भी इंटरनेट की सुविधा नहीं है। क्षेत्र के किसी भी गांव में पुस्तकालय की व्यवस्था नहीं होने से छात्रों को पढ़ने में परेशानी होती है। प्रत्येक पंचायत में लाइब्रेरी होनी चाहिए।- ब्रजेश पांडेय, निकटतम प्रतिद्वंद्वी (कांग्रेस)

    पीपरा के रंजन कुमार उपाध्याय ने कहा गंडक तटवर्ती गांव आज भी सड़क की समस्या से जूझ रहे हैं। भेलानारी पंप से पीपरा सेंटर तक स्थिति दयनीय है। इस पर चलना कष्टदायक है। विधानसभा क्षेत्र कृषि प्रधान होने के बावजूद सिंचाई की सरकारी व्यवस्था नहीं है। नहर में पानी नहीं आता है। 10 नलकूप में मात्र एक ही नलकूप चालू है। सिंचाई के अभाव से किसान परेशान हैं।

    रढ़िया के रजनीश कुमार ठाकुर ने कहा गंडक नदी पर घोषणा के बावजूद डैम का निर्माण नहीं कराया गया। रढ़िया चौक से गांव होकर राय टोला जानेवाली सड़क जर्जर है। गड्ढे में सड़क है, या सड़क पर गड्ढे यह कहना मुश्किल है। सड़क पर पानी लगा रहता है। सड़क पर जल जमाव की बड़ी समस्या है। इससे निदान के लिए सरकार को योजनाबद्ध कार्य करना चाहिए।

    नोनेया के श्यामनंदन प्रसाद ने कहा विधानसभा क्षेत्र में विकास हो रहा है। क्षेत्र की जनता को विकास का लाभ भी मिल रहा है। क्षेत्र में पहले से भी अच्छा विकास कार्य इस बार हुआ है। सड़क, बिजली, पानी आदि की भरपूर सुविधा मिल रही है।

    छपकहिया के अरविंद उपाध्याय ने कहा गोविंदगंज विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्य हुआ है। सड़कें, बिजली, पानी आदि की व्यवस्था ठीक है। यह विधानसभा कृषि प्रधान क्षेत्र है। इसलिए सरकार को किसानों के लिए सिंचाई व पशुपालकों के लिए बेहतर इंतजाम करने चाहिए। नहर व नलकूप बंद रहने से किसानों को सिंचाई में समस्या आती है।