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    पूर्वी चंपारण की बेलवा पंचायत में 70 सोख्ते बनाए, तीन रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी कर रहा काम

    East Champaran News 100800 रुपये खर्च किए गए हैं पंचायत में तीनों रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने में। जल संरक्षण व संचयन में उत्कृष्ट कार्य के लिए केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय से मिला सम्मान। इतना ही नहीं लोगों को भी इसके लिए जागरूक किया गया है। ऐसा नहीं करने पर होने वाली परेशानी की समझ विकसित हुई।

    By Sanjay Singh Edited By: Ajit kumar Updated: Sat, 16 Aug 2025 12:55 PM (IST)
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    इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।

    संजय कुमार सिंह, मोतिहारी (पूर्वी चंपारण)। बापू की कर्मस्थली पर वे अपना काम करते रहे। जल, जमीन, हरियाली, नदी, शिक्षा-सुरक्षा...सबके लिए। बस अपने काम से सरोकार, देख तो कोई और रहा था। एक-एक काम, बहुत बारीकी से। आज इसका सुखद परिणाम है।

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    गांव में किए गए काम की दिल्ली तक नाम है। यह पहचान बनाई है। पूर्वी चंपारण के आदापुर प्रखंड की बेलवा पंचायत के मुखिया जितेंद्र कुमार सिंह ने। जल संरक्षण एवं संचयन के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट कार्यों की दिल्ली तक सराहना हो रही।

    जलनिकासी तंत्र किया विकसित

    मुखिया जितेंद्र ने पंचायत में सोख्ता और अमृत सरोवर के अलावा रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम डेवलप किया है। एक लाख, 800 रुपये खर्च बनाए गए तीन रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम काम कर रहे हैं, जबकि 70 सोख्ते बने हैं। विद्यालयों में भी जल संरक्षण के कार्य हुए हैं।

    नालियों को बड़े नालों से जोड़ा गया है, ताकि पानी आसानी से निकल सके। सभी नालों का निर्माण आरसीसी पद्धति से किया गया है। साथ ही, प्रत्येक 70 फीट पर सोख्ता बना है। जल संरक्षण एवं संचयन के कार्यों की वे स्वयं मानीटरिंग करते हैं।

    नाला निर्माण को छोड़ जल संरक्षण के सभी कार्य मनरेगा से कराए गए हैं। नदी संरक्षण का भी काम हुआ है। गाद के कारण खड़िया नदी की धारा अवरुद्ध थी। इससे बरसात में बाढ़ की स्थिति भी बन जाती थी। इसकी सफाई कराकर धारा को निर्बाध किया गया। इससे अब बाढ़ का खतरा नहीं है।

    सहेजी हरियाली, स्कूलों में बढ़ाई सुरक्षा

    पंचायत में डेढ़ दर्जन पुराने वृक्षों को संरक्षित किया गया है। साथ ही, मनरेगा से 50-60 पौधे लगाए गए हैं। कचरा अपशिष्ट भवन को भी आकर्षक ढंग से सजाया गया है। अमृत सरोवर पर माडल छठ घाट का निर्माण हुआ है।

    पंचायत मनरेगा मार्ट भी बना है, जहां सभी आवश्यक सामान आसानी से बाजार मूल्य पर उपलब्ध हैं। पंचायत में दो माडल आंगनबाड़ी केंद्र एवं जीविका भवन भी बनाए गए हैं, जहां रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगे हैं।

    बेलवा निवासी मो. हाशिम व संतोष कुमार यादव कहते हैं कि मुखिया के प्रयास से जल संरक्ष के अलावा सभी क्षेत्रों में काम हुआ है। मुखिया जितेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि जनता से वादा किया था कि अपनी पंचायत का नाम रोशन करूंगा। धीरे-धीरे सपना पूरा हो रहा है। स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में शामिल होना गौरव की बात है।

    जल शक्ति अभियान के तहत जिले से दो मुखिया बेलवा के जितेंद्र कुमार सिंह एवं मिश्रौलिया के देशबंधु सिंह का चयन हुआ है। इन्हें कैच द रन अभियान के तहत दिल्ली में सम्मानित किया जाएगा।

    डा. प्रदीप कुमार, उप विकास आयुक्त