सिविल स्कोर सुधारने के बहाने ठगी, 4.68 करोड़ की साइबर फ्रॉड में तीन गिरफ्तार
बिहार के पूर्वी चंपारण में सिविल स्कोर सुधारने के बहाने 4.68 करोड़ रुपये की साइबर ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरो ...और पढ़ें

4.68 करोड़ की साइबर फ्रॉड में तीन गिरफ्तार
संवाद सहयोगी, मोतिहारी। साइबर थाना की पुलिस ने चार करोड़ से ज्यादा के फर्जीवाड़े के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। मामले में मास्टरमाइंड जितेंद्र सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। तीनों से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर आगे की छापेमारी की जा रही है।
गिरफ्तार बदमाशों के पास से एक लाख 20 हजार नकद, तीन पासबुक, 18 डेबिट कार्ड, चार चेक बुक, पांच सेलफोन व एक बाइक बरामद किया गया है। गिरोह के शातिर बदमाशों के खिलाफ बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश, केरल व पश्चिम बंगाल में भी मामले दर्ज हैं। उनकी गिरफ्तारी मुजफ्फरपुर व सीतामढ़ी जिले के अलग-अलग ठिकानों पर की गई छापेमारी में की गई है।
कुल चार करोड़ 68 लाख का फर्जीवाड़ा
साइबर थाना के पुलिस उपाधीक्षक अभिनव परासर ने कार्रवाई की बाबत गुरुवार की शाम में बताया कि गिरफ्तार बदमाशों में पूर्वी चंपारण जिले के राजेपुर थानाक्षेत्र के काशी पकड़ी गांव निवासी मास्टर माइंड जितेन्द्र कुमार, सीतामढ़ी जिला के पुनौरा थाना क्षेत्र के डुमरा निवासी ओम प्रकाश व गाढ़ा थाना प्रेमनगर निवासी अमल प्रकाश शामिल है।
जितेन्द्र की गिरफ्तारी मुजफ्फरपुर से की गई। उसकी निशानदेही पर दो अन्य की गिरफ्तारी सीतामढ़ी से की गई। तीनों साइबर बदमाशों ने मधुबन थाना के दुलमा गांव निवासी भरत प्रसाद के खाता से डेढ़ करोड़ समेत कुल चार करोड़ 68 लाख का फर्जीवाड़ा किया है। पूछताछ के बाद तीनों बदमाशों ने घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है।
अलग-अलग राज्यों में बैंक खाता
गिरफ्तार बदमाशों के बैंक खाता पर बिहार के अलावा केरल, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश व पश्चिम बंगाल में भी प्राथमिकी दर्ज है। उनके बैंक खाता पर रोक लगी है।
इस गिरोह का एक अन्य सरगना उत्तर प्रदेश के लखनऊ का निवासी आलोक कुमार है। जितेंद्र अकाउंट (सीए) की पढ़ाई करने के बाद फर्जीवाड़ा गिरोह चला रहा था। छापेमारी टीम में डीएसपी के अलावा पुलिस निरीक्षक मनीष कुमार, मोहम्मद मुमताज, राजीव कुमार सिन्हा, दारोगा सौरभ कुमार आजाद व शिवम कुमार शामिल थे।
लोन दिलाने के नाम पर की ठगी
दुलमा निवासी भरत प्रसाद से सिविल स्कोर ठीक कर बैंक से व्यावसायिक लोन दिलाने के नाम पर ठगी की गई। इस नाम पर उनसे आधार कार्ड व बैंक डिटेल बदमाशों ने लिया था। भरत प्रसाद से जितेंद्र ने संपर्क किया था।
आधार व पैन कार्ड के साथ बैंक डिटेल लेने के बाद 28 मई से लेकर 30 मई 2025 तक चार दिनों में उनके खाता से एक करोड़ 49 लाख का फर्जीवाड़ा कर लिया। यस बैंक, इंडियन ओवरसीज, स्टेट बैंक व यूको बैंक में संचालित गिरोह के सदस्यों के खाते में ठगी से कुल चार करोड़ 68 लाख रुपये आए हैं।

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