Bihar News: बिहार के इस जिले में तैयार हुआ वर्ल्ड क्लास आईटी पार्क, दर्जनभर विदेशी कंपनियों के खुलेंगे ऑफिस
बिहार के दरभंगा में आईटी पार्क बनकर तैयार हो चुका है। मार्च के अंत तक इसे संबंधित विभाग के सुपुर्द कर दिया जायेगा। इसका नाम सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया रखा गया है। विदेशों की दर्जनों कंपनियां इस पार्क में अपना ऑफिस खोलेंगी। यह बिहार का दूसरा सबसे बड़ा आईटी पार्क है। इस पार्क को हाईटेक और लग्जरी सुविधाओं से लैस किया गया है।

जागरण संवाददाता, दरभंगा। दरभंगा में लहेरियासराय के रामनगर स्थित महिला आईटीआई के ठीक बगल में आइटी पार्क बनकर तैयार हो चुका है। भवन निर्माण विभाग के सूत्रों की मानें तो मार्च के अंत तक इसे संबंधित विभाग के सुपुर्द कर दिया जायेगा। ऐसी स्थिति में अब सिर्फ उद्घाटन का इंतजार है।
निर्माण एजेंसी का कहना है कि कार्य पूरी तरह से पूर्ण हो चुका है। ऐसे में अब सिर्फ उद्घाटन के लिए तिथि निर्धारित करना शेष रह गया है। लगभग 9.28 करोड़ की लागत से आइटी पार्क का निर्माण कराया गया है। इसका नाम सॉफ्टवेयर टेक्नोलाजी पार्क आफ इंडिया (एसटीपीआई) रखा गया है।
यहां विदेशों की डेढ़ दर्जन से अधिक कंपनियां इस पार्क में अपना ऑफिस खोलेंगी। यह राज्य का दूसरा सबसे बड़ा आइटी पार्क है। इसे पूरी तरह से हाइटेक बनाया गया है। इसके अंदर लग्जरी सुविधाएं बहाल की गई है, जो बेंगलुरु के आइटी पार्क के समान है।
इसका निर्माण लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के साथ कराया गया है। ऐसी स्थिति आइटी से जुड़े लोगों को अब दूसरे जगह जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसका लाभ दरभंगा सहित पूरे मिथिलांचल और सीमांचल के आइटी सेक्टर से जुड़े युवाओं को मिलेगा। यहां सॉफ्टवेयर इंजीनियरों के लिए सभी प्रकार की व्यवस्था की गई हैं।
इसके खुलने से दरभंगा में ऐप डेवलपमेंट के साथ साफ्टवेयर आर्किटेक्ट इंजीनियरों की रोजगार बढ़ने की उम्मीद बढ़ी है। बता दें कि दो एकड़ के परिसर में आइटी पार्क का निर्माण कार्य वर्ष 2021 के मार्च माह में शुरू हुआ था।
आइटी पार्क में अधिकारियों के लिए भी कक्ष सुरक्षित
आइटी पार्क के लिए दो मंजिल भवन का निर्माण कराया गया है। इसमें चार अधिकारियों के लिए तीन केबिन, एक कॉन्फ्रेंस रूम, दो गेस्ट रूम, एक नेटवर्क ऑपरेटर सेंटर, एक यूपीएस और एक पैनल के लिए कक्ष सुरक्षित किया गया है। ऊपरी मंजिल पर दो केबिन की सुविधा बहाल की गई है। पूरे परिसर में फाइव-जी इंटरनेट की सुविधा बहाल की जाएगी।
बताया जाता है कि इसके उद्घाटन होने से सबसे अधिक लाभ आइटी इंजीनियरों को होगा। अब यहां के लोगों को आइटी सेक्टर के जॉब के लिए बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई जैसे महानगरों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
नेशनल प्रोजेक्ट्स कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनपीसीसी) के साइट इंजीनियर विजय कुमार सिंह ने बताया कि आइटी पार्क के निर्माण कार्य को पूरा कर लिया गया है। हर हाल में 31 मार्च से पहले इसे विभाग को सौंप दिया जाएगा।
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