LNMU: जूलाजी व हिंदी में नामांकन के लिए कम पड़ेंगी सीटें, मैथिली,उर्दू व अंग्रेजी में अलग है स्थिति
LNMU Darbhanga ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में स्नातक प्रथम सेमेस्टर के नामांकन में छात्रों की बदलती रुचि दिख रही है। मैथिली उर्दू और संस्कृत जैसे विषयों में सीटें खाली रहने की आशंका है। हिंदी और जंतु विज्ञान जैसे विषयों में अधिक आवेदन आए हैं। विज्ञान संकाय में भी रसायन और भौतिकी में कम आवेदन मिले हैं। कुल मिलाकर उपलब्ध सीटों की तुलना में आवेदनों की संख्या कम है।

संवाद सहयोगी, दरभंगा। LNMU Darbhanga : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में स्नातक प्रथम सेमेस्टर 2025-29 में नामांकन के लिए मिले आवेदन ने छात्रों की बदलती रुचि का एहसास कराया है। आवेदन के प्राप्त आंकड़े और कालेजों में उपलब्ध विषयवार सीटों की संख्या का तुलनात्मक अध्ययन करने से पता चलता है कि छात्र अब परंपरागत विषयों से अलग हटकर दूसरे विषयों में रुचि ले रहे हैं।
मिथिला के कालेजों में मैथिली और उर्दू जैसे विषयों में जब सीटों से आधे आवेदन आए तो यह संकेत आखिर क्या कहता है।मामला तो नामांकन से जुड़ा है।इससे अधिक और इसका महत्व और कुछ भी नहीं है। लेकिन दरभंगा,मधुबनी ,समस्तीपुर और बेगूसराय के कालेजों में हिंदी विषय में नामांकन के लिए उपलब्ध सीट से दोगुणा अधिक आवेदन आना उन लोगों की सोच के विपरीत नहीं है जो भाषा के नाम पर अलग राग अलापते रहते हैं।
विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार मेहता के हस्ताक्षर से जारी स्नातक प्रथम सेमेस्टर में आवेदनों की संख्या और उपलब्ध सीट के आंकड़े तो ऐसी ही गवाही दे रहे हैं। अंग्रेजी में उपलब्ध 13228 सीट के लिए 4884,संस्कृत में 9225 सीट में मात्र 1251,उर्दू में 10109 सीट के लिए 6178 आवेदन आए हैं।
ऐसा नहीं है कि केवल मानविकी संकाय के हिंदी, मैथिली ,उर्दू और अंग्रेजी में मिले आवेदन के आंकड़े चौंका रहे हैं बल्कि विज्ञान में भी छात्रों की बदलती रुचि कुछ अलग संकेत दे रही है।पहले रसायन छात्रों का पसंदीदा विषय हुआ करता था लेकिन इसके विपरीत 9647 उपलब्ध सीटों के विरुद्ध मात्र 6549 आवेदन विश्वविद्यालय को प्राप्त हुए। भौतिकी में 10265 सीट के लिए 5632,वनस्पति शास्त्र में उपलब्ध 8965 सीट के लिए 5154 आवेदन ही आए।
जंतु शास्त्र में उपलब्ध 11254 सीट के विरुद्ध 19656 आवेदन का मिलना छात्रों की बदलती रुचि का स्पष्ट संकेत है। ड्रामा में उपलब्ध 675 सीट के लिए मात्र एक आवेदन अपने आप में बहुत कुछ कह रहा है।भूगोल में 18620 सीट के लिए 18738 आवेदन आए हैं।एथ्रोपोलाजी में 1380 सीट के विरुद्ध मात्र छह आवेदन का आना भी चौंकाने वाला है। प्राचीन इतिहास में 9850 सीट में से 739 पर नामांकन के लिए विश्वविद्यालय को आवेदन प्राप्त हुआ है। लेकिन इतिहास में 28744 सीट की उपलब्धता है और आवेदन 37831 प्राप्त हुए हैं।
राजनीति शास्त्र से भी छात्रों का मन उचाट हुआ है तभी तो 23430 सीटों के विरुद्ध मात्र 12864 आवेदन प्राप्त हुए हैं। चारों जिले के अंगीभूत और संबद्ध कालेजों में सभी विषयों में उपलब्ध कुल 312784 सीटों के विरुद्ध 185227 आवेदन ही विश्वविद्यालय को प्राप्त हुए।
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