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    Darbhanga News : जिंदा रहते घर की रोशनी था बेटा, कानपुर में मौत ने बुझा दिया पिता का सपना

    By Sant Gyaneshwar Edited By: Dharmendra Singh
    Updated: Wed, 03 Dec 2025 06:59 PM (IST)

    दरभंगा के मनीगाछी में नेहरा गांव के भरत कुमार चौधरी की कानपुर में मौत हो गई, जिससे परिवार में मातम छा गया। आर्थिक तंगी से जूझ रहे पिता संतोष चौधरी को ...और पढ़ें

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     मृतक भरत चौधरी का पिता संतोष चौधरी। जागरण

    संवाद सहयोगी, मनीगाछी (दरभंगा) । प्रखंड क्षेत्र के नेहरा गांव निवासी संतोष कुमार चौधरी उर्फ लड्डू बाबू के पुत्र भरत कुमार चौधरी (27) की यूपी के कानपुर में हुई मौत की मिली खबर से गांव में मातम पसरा हुआ है।

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    बुधवार की अहले सुबह अपने जवान बेटे की मौत की खबर मिलते ही पिता कानपुर के लिए रवाना हो गए। संतोष चौधरी उर्फ लड्डू बाबू दयनीय दशा में  अपने दो पुत्रों द्वारा समय-समय पर भेजे गए पैसे के सहारे गांव में एकाकी जीवन यापन करते थे।

    पत्नी माधुरी देवी भी वर्षों से कानपुर में अपने छोटे बेटे के साथ रहकर मजदूरी कर जीवन यापन करती थी। इनके दो पुत्र थे, जिनमें एक माता के साथ रहने वाले भरत की मौत मारपीट की घटना में बुरी तरह घायल होने पर पैसे के अभाव में इलाज नहीं होने के कारण कानपुर में हुई  है।

    इनके घर के निकट रहनेवाले राजेश चौधरी बताते हैं कि प्रारंभिक जीवन में जैसे तैसे इनका समय गुजरा। लेकिन विगत एक दशक से भी अधिक समय से इनकी आर्थिक दशा बिगड़ गई। इनके दोनों पुत्र गांव से बाहर जाकर मजदूरी करने लगे और पत्नी भी अपने छोटे बेटे के साथ ही रहने लगी। संतोष चौधरी के दोनों पुत्र अविवाहित ही थे।

    सामान्य शिक्षा के कारण मजदूरी कर अर्थोपार्जन करते थे। बुधवार की सुबह इस मनहूस घटना की जानकारी से सदमे में आए संतोष चौधरी (78) ने दिल्ली में नौकरी कर रहे भतीजा सोनू चौधरी सहित अन्य लोगों को फोन से जानकारी दी है और कानपुर आने को कहा।

    स्थानीय वसंत चौधरी, अम्मू चौधरी,गणपत झा, सुनील झा,प्रेमकांत राय सहित अन्य लोगों ने बताया कि अपने जवान बेटे की मौत से सदमे में रही  माता ने अपने पुत्र का शव लेने से इन्कार किया होगा। मौत की घटना की जानकारी पुलिस को देने के साथ ही अपने एक पुत्र के मथुरा में रहने की जानकारी देने के बाद वहां के पुलिस प्रशासन को बड़े भाई को इसकी जानकारी देनी चाहिए थी।

    जिससे उसका अंतिम संस्कार अपनी रीति रिवाजों से होता। इसके साथ ही भरत की हुई मौत की वास्तविक घटनाओं की जानकारी पुलिस प्रशासन को दी जाती। लोगों की मांग है कि यूपी सरकार इसमें हस्तक्षेप करें। प्राथमिकी दर्ज करवाते हुए दोषियों पर कार्रवाई करें।साथ ही पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दें।